
कॉटन के मुलायम कपड़े से थपथपाकर गीले हिस्सों को सुखाएं। हल्का-सा भी गीलापन रैशेस को बढ़ा सकता है। इन कपड़ों को गर्म पानी में धोएं।
रैशेस होने पर रात को बच्चे को बिना डायपर के सुलाएं। गद्दे को साफ रखने के लिए उस पर प्लास्टिक शीट बिछाएं और उसके ऊपर मुलायम चादर बिछाकर बच्चे को सुलाए।
दिनभर में जितनी देर हो सके उतनी देर तक बच्चों को बिना डायपुर के रखने की कोशिश करें।
एक साइज बड़े डायपर का इस्तेमाल करें, ताकि बच्चे के गुप्तांगों तक पर्याप्त हवा पहुंच सके और वहां की त्वचा जल्द-से-जल्द ठीक हो सके।
बार-बार डायपर बदलें, ताकि इंफैक्शन बढ़ने न पाए। संभवतः हर 2 से 3 घंटे में डायपर बदलने की कोशिश करें।
प्लास्टिक शीटवाले, यूज एंड थ्रो डायपर्स की बजाय कपड़ों से बने ईको-फ्रेंडली डायपर्स का इस्तेमाल करें। प्रभावित क्षेत्र में शुद्ध नारियल का तेल हल्के हाथों से लगाएं। इससे रैशेस जल्दी ठीक होंगे।डॉक्टर की सलाह पर ऑइन्टमैंट का इस्तेमाल करें। किसी भी प्रकार के पाऊडर के इस्तेमाल से बचें।
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