तेलंगाना में हैदराबाद से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इस भव्य मंदिर की आकृति विशाल नारंगी सांप जैसी है। यह हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित है। पहाड़ी की चोटी पर बने इस मंदिर को लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर के नाम से जाना जाता है।
इसका आकार विशाल नाग के रूप में है और नाग के सिर पर भगवान की मूर्ति है। मंदिर अपने आप में बेहद ही अनूठा है। पूरा मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। भक्तों को करीब 100 सीढ़ियां चढ़ कर पहले तो ऊपर आना होता है, फिर यहां से एक सर्पाकार सुरंग जैसी संरचना के अंदर दाखिल होना होता है। यह किसी सांप के पेट के अंदर चलने जैसा है। इस यात्रा के दौरान आपको भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं के बारे में काफी कुछ जानने को मिलता है। रास्ते में काफी सारी कृष्ण बाल लीलाओं से संबंधित मूर्तियां भी मिलती हैं।
मूर्तियों के माध्यम से प्रह्लाद और हिरण्यकश्यप की कहानी को भी दर्शाया गया है। सुरंग के किनारे पर राक्षसों के राजा हिरण्यकश्यप को मारते हुए भगवान नरसिम्हा की जीवंत मूर्ति है। नाग देवता भी मंदिर के अंदर मौजूद हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार के पास भगवान नरसिम्हा की एक मूर्ति है।
मंदिर काफी ऊंचाई पर स्थित है तथा कई किलोमीटर दूर से ही नजर आता है। मंदिर की बनावट एक बड़े सर्प जैसी है तथा उसके सिर के ऊपर श्री कृष्ण नृत्य कर रहे हैं। यह उस कथा पर आधारित है जब श्री कृष्ण और कालिया नाग के बीच युद्ध हुआ था। अंत में श्री कृष्ण के हाथों कालिया नाग का मर्दन हुआ था।
बाह्य रूप से तो यह मंदिर भगवान विष्णु के श्री कृष्ण अवतार को समर्पित लगता है लेकिन वास्तव में यह मंदिर भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार तथा माता लक्ष्मी को समर्पित है। यहां भगवान नरसिंह अवतार की एक भव्य प्रतिमा की स्थापित है।
चोटी से नजर आता है वेमुलावाडा शहर का विहंगम दृश्य लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर की पहाड़ी से नाग मंदिर का दृश्य बहुत ही शानदार दिखता है। पहाड़ी की चोटी से वेमुलावाडा शहर का भी मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यह सांप गहन हरियाली, गोदावरी नदी के किनारे और घुमावदार पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यह सुंदर दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने कम नहीं है। मंदिर परिसर सुबह 9 बजे से शाम 5.30 बजे तक आगंतुकों के लिए खुला रहता है।

कैसे पहुंचें
हैदराबाद से इस मंदिर की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है । हैदराबाद से पहले आपको करीमनगर आना होगा। करीमनगर से लगभग 24 किलोमीटर दूर वेमुलावाडा के नजदीक यह मंदिर है।
वेमुलवाडा कस्बा इससे लगभग 4 किलोमीटर दूर ही है। यह मंदिर मुख्य सड़क के नजदीक की एक पहाड़ी पर है।
गायत्री मंत्र रिंगटोन डाउनलोड करे Gayatri Mantra Ringtone download
Thankyou