काशी से अयोध्या 40 मिनट में हैलीकॉप्टर से पहुंचेंगे श्रद्धालु, एयरपोर्ट के लिए टिकट बुकिंग का कोड भी जारी, Kashi to Ayodhya Distance अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही काशी से अयोध्या बीच हैलीकॉप्टर सेवा शुरू हो जाएगी। 17 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नमो घाट और यहां बनकर तैयार तीन हैलीपैड का लोकार्पण करेंगे।

इसके बाद उड़ान सेवा को हरी झंडी मिल जाएगी। हैलीकॉप्टर से काशी से अयोध्या की दूरी 40 मिनट में पूरी होगी। इसके अलावा अयोध्या एयरपोर्ट की टिकट बुकिंग के लिए कोड जारी कर दिया गया है। इंटरनैशनल एयरपोर्ट के आबंटित AYJ कोड से बुकिंग शुरू होगी। अयोध्या एयरपोर्ट का दिसम्बर के अंत तक तैयार हो जाएगा, जिसका उद्द्घाटन भी पी.एम. मोदी करेंगे। यात्रियों को वाराणसी की सैर भी कराएंगी निजी हैली कंपनियां हवाई यात्राएं शुरू होने से काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद अयोध्या में विराजमान रामलला के दर्शन की राह आसान हो जाएगी। देश में केदारनाथ, चार धाम समेत तमाम धार्मिक स्थलों की तर्ज वाराणसी में भी हैली सेवा की तैयारियां जारी हैं। निजी एविएशन कंपनियों के साथ हैली सेवा का कॉन्ट्रैक्ट होगा। इस सेवा के लिए बॉन्ड के अनुसार किराया भी तय किया जाएगा।
निजी हैली कंपनियां यात्रियों को - वाराणसी की सैर कराएंगी।
इसके बाद वहां से अयोध्या ले जाएंगी। - इसके लिए नमो घाट पर तीन हैलीपैड बनाए गए हैं। यहां एक साथ तीन हैलीकॉप्टर आराम से उतर सकेंगे। तीन में से दो पक्के - हैलीपैड बनाए गए हैं, जबकि एक । कच्चा इमरजैंसी हैलीपैड तैयार किया गया है।
जल्द खुल जाएगा अयोध्या एयरपोर्ट
अयोध्या के श्रीराम एयरपोर्ट से जल्द उड़ानें शुरू हो जाएंगी। डी.जी.सी.ए. की टीम हवाई अड्डे का निरीक्षण कर चुकी है। हल्की फुल्की कुछ कमियों को दुरुस्त करने के लिए स्थानीय अफसरों को निर्देशित भी किया गया। उन निर्देशों के आधार पर कमियां ठीक करके रिपोर्ट दिल्ली भेज दी गई है। अब किसी भी दिन डायरैक्टर जनरल की ओर से एयरपोर्ट के लाइसैंस जारी कर दिए जाएंगे। लाइसैंस जारी होते ही इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। लोकार्पण के बाद इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा आबंटित कोड AYJ कोड से टिकटों की बुकिंग की जा सकेंगी।
रामलला के पुजारियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
रामलला के पुजारियों का प्रशिक्षण बीते बुधवार प्रातः छह बजे संध्या वंदन से शुरू हो गया है। छह माह के इस प्रशिक्षण में सभी प्रशिक्षुओं को त्रिकाल संध्या अर्थात सुबह, दोपहर व शाम को संध्या वंदन वेद विहित रीति से करने का अभ्यास प्रतिदिन कराया जाएगा।
राम मंदिर का ध्वज दंड 44 फुट 'ऊंचा : राम मंदिर के भूतल व प्रथम तल का निर्माण दिसम्बर के अंत तक पूरा हो जाएगा। बताया जाता है कि पूरा मंदिर दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। शिखर निर्माण के बाद उसके ऊपर एक ध्वज दंड लगाया जाना है। 44 फुट ऊंचे इस ध्वज दंड को पीतल से बनाया जा रहा है।
लेखक
ज्योतिषाचार्य सुंदरमणि, उत्तरकाशी
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