First Love : यदि आप पहले प्यार को खोकर किसी से शादी करती हैं, तो अपने पति की किसी भी बात को लेकर अपने पूर्व प्रेमी first love से तुलना नहीं करें, अन्यथा आप अपने प्रेमी first love को कभी भुला नहीं पाएंगी। माना कि आपका पहला प्यार गुणों की खान था लेकिन हो सकता है कि पति आपके प्रेमी first love से भी बेहतर साबित हो ।

प्यार परवान न चढ़ने से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती। नए सिरे से अपनी जिंदगी की शुरूआत करने के लिए जरूरी है कि आप ऐसे लड़के को अपना जीवन साथी बनाएं, जिसमें आपको समझने की क्षमता हो। पहले प्यार first love का रोना कब तक रोएंगी ? आपके आंसू पोंछने वाला कोई नहीं होगा इसलिए हिम्मत, धैर्य और विवेक से काम लें।
यदि आपको लगता है कि आप अपने पहले प्यार first love को किसी भी कीमत पर नहीं भुला पाएंगी तो किसी से शादी करके उसकी भावनाओं से न खेलें। बेहतर होगा कि शादी ही न करें और यदि करनी है तो पुरानी स्मृतियों को मस्तिष्क से निकालना ही होगा। अन्यथा आप कभी अपने पति की जीवन संगिनी नहीं बन पाएंगी।
ऐसी लड़कियों की भी कमी नहीं, जो शादी तो किसी और से करती हैं लेकिन अपने प्रेमी से लुक-छिप कर मिलती रहती हैं। वे पति से ज्यादा प्रेमी को चाहती हैं। यदि ऐसी ही बात थी तो क्यों की आपने किसी अन्य से शादी ? शादी के बाद पुराने प्यार से नजदीकियां रखना पति के साथ विश्वासघात नहीं तो और क्या है ? वैसे भी आप यह सच्चाई कितने दिनों तक छिपा सकेंगी ? जिस दिन पोल खुलेगी, उस दिन आप कहीं की नहीं रहेंगी। पहला प्यार तो हाथ आने से रहा और दूसरा भी हाथ से निकल जाएगा। कोई भी पति यह तो बर्दाश्त या स्वीकार कर सकता है कि उसकी पत्नी के शादी के पहले किसी के साथ प्रेम संबंध थे और वह उसे उसका बीता हुआ कल कह कर नजरअंदाज भी कर सकता है, लेकिन शादी के बाद भी पहले प्रेमी से मेलजोल रखना उसे कतई गवारा नहीं होगा इसलिए यदि आपका प्रेमी उसी शहर में ही क्यों न हो, आपको उसे भूलना ही होगा। इस दोहरी जिंदगी को आप लम्बे समय तक जी नहीं पाएंगी।
यदि आप पहले प्यार first love से दोस्ती रखना चाहती हैं, तो इसकी सीमा रेखा कौन तय करेगा ? दोनों में से किसी के भी कदम बहक सकते हैं और फिर आप अपने पति को सफाई कैसे देंगी कि वह सिर्फ आपका दोस्त है, उससे अधिक कुछ नहीं क्योंकि जो कल तक आपका सब कुछ था आज एकदम से आप उससे पल्ला तो नहीं झाड़ सकतीं।
आपकी सफाई में चाहे कितनी ही सच्चाई क्यों न हो, पति को स्वीकार्य नहीं होगी इसलिए बेहतर होगा कि अपने प्रेमी से कभी न मिलें और उसे भी हिदायत दें कि वह आपसे न मिले। यदि कभी उसने आपसे सच्चा प्यार किया होगा तो वह आपके वैवाहिक जीवन में रोड़ा नहीं बनेगा।
अपने पति के प्यार को कम मत आंकिए। आपने भले ही किसी और को चाहा था, पर अब वह आपको चाहता है, इसलिए उसी में अपनी खुशियां तलाशें। अब वही आपका हमसफर है। यदि आपका समर्पण तन और मन से अपने पति की तरफ है, तो कोई कारण नहीं- कि पहले प्यार की याद कभी सताए । धीरे-धीरे जिंदगी आपको नार्मल लगने लगेगी।
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