जानिये डिलीवरी के बाद एनीमिया: कारण, लक्षण और असरदार इलाज
डिलीवरी के बाद महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से कई बदलावों का सामना करना पड़ता है। इनमें से एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या है एनीमिया, यानी खून की कमी। पोस्टपार्टम एनीमिया नई माताओं की सेहत को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसके कारण, लक्षण और इलाज को समझना बहुत जरूरी है।

🩸 डिलीवरी के बाद एनीमिया के कारण
डिलीवरी के बाद एनीमिया होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- सही और पौष्टिक भोजन न लेना
- पेरिपार्टम ब्लड लॉस (डिलीवरी के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव)
- आंतों से संबंधित बीमारियां, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है
🔍 एनीमिया के संकेत और लक्षण
डिलीवरी के बाद एनीमिया के लक्षण धीरे-धीरे सामने आ सकते हैं। मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी
- त्वचा का पीलापन
- डिप्रेशन और कन्फ्यूजन
- दूध की मात्रा और गुणवत्ता में कमी
- सांस फूलना, चक्कर आना
- मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
- सेक्स की इच्छा में कमी
- इम्यूनिटी में कमी
नोट: ये सभी लक्षण एक साथ न भी हों, फिर भी यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपको परेशान कर रहा हो, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
💊 डिलीवरी के बाद एनीमिया को ठीक करने के 9 असरदार उपाय
1. आयरन सप्लीमेंट्स लें
2. आयरन से भरपूर भोजन
- हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक
- बीन्स, मटर, दालें
- एप्रिकॉट, स्ट्रॉबेरी, स्क्वैश
- आयरन-फोर्टीफाइड ब्रैड, बीफ, ओयस्टर, चिकन
डॉक्टर की सलाह से आयरन टैबलेट, कैप्सूल या टॉनिक का सेवन करें। इससे खून में आयरन का स्तर बढ़ता है।
3. चाय का सेवन कम करें
चाय में मौजूद टैनिन आयरन के अवशोषण को कम करता है। जरूरत से ज्यादा कैल्शियम भी इसी तरह काम करता है।
4. विटामिन C से भरपूर भोजन लें
विटामिन C आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है। संतरा, नींबू, अमरूद जैसे फल खाएं।
5. तरल पदार्थों का भरपूर सेवन करें
कम से कम 2 लीटर पानी रोज पिएं। इससे खून का प्रवाह बेहतर होता है और ब्लोटिंग की समस्या में भी राहत मिलती है।
6. स्टूल सॉफ्टनर लें
कब्ज एनीमिया का एक सामान्य साइड इफेक्ट है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से स्टूल सॉफ्टनर लें और पानी की मात्रा बढ़ाएं।
7. इंफैक्शन का ध्यान रखें
एनीमिया से इम्यूनिटी कमजोर होती है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। कोई लक्षण दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
8. घर पर आराम करें
थकान से राहत के लिए नियमित नींद और विश्राम लें। शरीर को रिकवर होने का समय दें।
9. डॉक्टर से फॉलो-अप जरूरी है
ब्लड टेस्ट और डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज कराएं। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर आपको इंजेक्शन या ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सलाह दे सकते हैं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: डिलीवरी के बाद एनीमिया कितनी गंभीर स्थिति है?
यह मध्यम से गंभीर हो सकती है। समय पर इलाज न हो तो मां की सेहत और दूध की गुणवत्ता दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
Q2: क्या केवल डाइट से एनीमिया ठीक हो सकता है?
शुरुआती मामलों में हां, लेकिन गंभीर मामलों में सप्लीमेंट्स या इलाज की जरूरत होती है।
Q3: आयरन की कमी से बच्चे पर क्या असर पड़ता है?
मां के दूध की मात्रा और गुणवत्ता प्रभावित होती है जिससे बच्चे का वजन और इम्यूनिटी प्रभावित हो सकती है।
Q4: क्या घरेलू उपाय से एनीमिया कम हो सकता है?
आयरन और विटामिन C से भरपूर आहार और पर्याप्त नींद से मदद मिलती है, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
Q5: आयरन इंजेक्शन कब जरूरी होता है?
जब ब्लड टेस्ट में आयरन का स्तर बहुत कम हो और दवाओं से सुधार न हो तब डॉक्टर इंजेक्शन की सलाह देते हैं।
निष्कर्ष: डिलीवरी के बाद एनीमिया एक सामान्य लेकिन ध्यान देने योग्य स्थिति है। संतुलित आहार, डॉक्टर की सलाह और सही जीवनशैली से इस समस्या से बचा जा सकता है।
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