आंवला एक ऐसा फल है, जिसके बारे में कहावत प्रसिद्ध है' आंवले का खाया और बड़ों का कहा, बाद में चलता है'। दरअसल, आंवला एक ऐसा फल है, जो चाहे और फलों की तरह एकदम सीधा तो नहीं खाया जाता, मगर अलग-अलग तरह से इसके इस्तेमाल से ही इसके गुणों का पता चलता है, जब इसका फायदा महसूस होता है।
क्या आंवला सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है? is gooseberry good for health ?
आंवले का उल्लेख शास्त्रों में अनेक नामों से किया गया है, जैसा कि इसे सर्वगुण सम्पन्न होने के कारण अमृत फल-अमृता, पंचारसँ तथा धात्री फल व कई और नामों से भी जाना जाता है। जैसा कि धात्री शब्द का अर्थ-धाय मां से जुड़ता है, इसी नाम से ही इसके गुणों को आंका जा सकता है। यूं चाहे स्वाद में यह फल खट्टा एवं कसैला होता है, मगर इसके गुणधर्म बड़े हैं। गुणों में आंवला रोग निरोधक, शक्ति, कांति, तेज, यौवन, रूप, बल, स्मरण शक्ति इत्यादि बढ़ाने वाला होता है। आंवले में विटामिन 'सी' की मात्रा अधिक पाई जाती है।
आंवला इतने गुणों से भरपूर फल तो है ही, धर्म गुण में भी श्रेष्ठ माना गया है, तभी तो आंवला के वृक्ष की कार्तिक मास में पूजा भी की जाती है। आंवले का फल ही नहीं, इसकी पत्तियों का सेवन करना बड़ा लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद में हरड़ तथा आंवला को ही अधिक ख्याति मिली हुई है। इस आंवले के पेड़ की छाया भी बड़ी लाभदायक मानी जाती है। ग्रंथकारों ने आंवला को आयु बढ़ाने वाला कल्याणकारी फल कहा है। आंवले की पवित्रता संबंधी भी प्राचीन धर्म ग्रंथों में मिलता है। इन सबको ध्यान में रखते हुए इस फल को माता के बराबर रक्षा करने का दर्जा दिया गया है।
अचार,चटनी, मुरब्बा ही नहीं, कच्ची सब्जी, औषधि के रूप भी आंवला को खाया जाता है। इससे भी मानव शरीर को इसके औषधीय लाभ प्राप्त होते हैं मगर कई प्रचलित घरेलू नुस्खों में भी आंवला प्रसिद्ध है, जिनसे हर व्यक्ति भरपूर फायदा प्राप्त करं सकता है। जैसे कि :
- आंवले के चूर्ण की सूखी फांकी लेने से आवाज खुलती है। सूखे आंवले को रात को भिगोकर रखो, इसके पानी से सुबह आंखें धोने से उनको भारी फायदा मिलता है।
- आंवला 20 ग्राम, गुड़ 40 ग्राम को 400 मिलीलीटर पानी में उबाल कर ठंडा होने पर पीने से गठिया रोग में हितकर बताया गया है।
- आंवले का इस्तेमाल दिल घबराने तथा उल्टी इत्यादि को बंद करता है। अफार तथा कब्ज में भी आंवले का उपयोग बहुत गुणकारी है क्योंकि यह शीत तथा शरीर की गर्मी को शांत करता है। यह शरीर में बढ़ी हुई चर्बी को घटाता है तथा आंखों की रोशनी तथा बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। जिसे भूख कम लगती हो, उसे लगातार आंवला देने से भूख लगने लगती है।
- नित्य प्रति एक औंस आंवले का मुरब्बा खाने से विटामिन 'सी' की प्राप्ति होती है और पेट भी साफ रहता है।
- सूखे हुए आंवले को सारी रात पानी में भिगो कर रखें, सुबह उठ कर उसके पानी से आंखें तथा सिर धोने से आंखों की रोशनी बढ़ेगी तथा बाल काले, मजबूत तथा घने और चमकदार होंगे। इससे बाल, झड़ने से भी रुकते हैं
- आंवले से बने च्यवनप्राश का नित्य प्रति इस्तेमाल करने से शरीर सेहतमंद/तंदुरुस्त रहता है तथा कई बीमारियों से बचाव होता है। सर्दी-जुकाम तथा दमा के रोगियों के लिए भी आंवला बहुत उपयोगी माना गया है। हर रोज ताजा आंवला चबा-चबा कर खाने से दांतों के सभी दुख दूर होते हैं।
- आंवले के मिश्रण से बना त्रिफला, जिसमें आंवला-हरड़-बहेड़ा समभाग पड़ते हैं, रात को पानी से लेने से कब्ज दूर होती है, जिससे पेट साफ होता है, आंखों की रोशनी, खून तथा शक्ति बढ़ती है।
जानिए ब्रह्मा जी के आंसुओं से उत्पन्न ‘आंवला’, अगर आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तो अपनी आहार में आंवला को जरूर शामिल करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें।
स्वस्थ रहें, खुश रहें!
Thankyou