भारत का राष्ट्रीय पुष्प 'कमल' Indian national flower , कमल का पौधा धीमे बहने वाले या रुके हुए पानी में उगता है। ये दलदली पौधा है जिसकी जड़ें कम ऑक्सीजन वाली मिट्टी में ही उग सकती हैं। इसमें और जलीय कुमुदिनियों में विशेष अंतर यह कि इसकी पत्तियों पर पानी की एक बूँद भी नहीं रुकती और इसकी बड़ी पत्तियाँ पानी की सतह से ऊपर उठी रहती हैं। एशियाई कमल का रंग हमेशा गुलाबी होता है।
अशुद्धता से अछूता, कमल का फूल, दिल और मन की पवित्रता का प्रतीक है। यह भारत का राष्ट्रीय पुष्प है जिसकी घोषणा 26 जनवरी, 1950. को हुई थी।
यह एक पवित्र फूल है और कला तथा प्राचीन भारत की पौराणिक कथाओं में इसका एक अनूठा स्थान रहा है। इसके सांस्कृतिक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए ही आधुनिक भारत के संस्थापकों द्वारा कमल को भारत के 'राष्ट्रीय फूल' का दर्जा दिया गया था।
इसके अन्य नाम हैं - पद्म, पंकज, पंकरुह, सरसिज, सरोज, सरोरुह, सरसीरुह, जलज, जलजात, नीरज, वारिज, अम्भोरुह, अम्बुज, अम्भोज, अब्ज, अरविंद, नलिन, उत्पल, पुंडरीक, तामरस, इंदीवर, कुवलय, वनज आदि। फारसी में कमल को 'नीलोफर' कहते हैं और अंग्रेजी में 'इंडियन लोटस' या 'सैक्रेड लोटस', 'चाइनीज वाटर-लिली', 'ईजिप्शियन या पाइथागोरियन बीन'।
कमल का पौधा पानी में ही उत्पन्न होता है और भारत के सभी उष्ण भागों में तथा ईरान से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक पाया जाता है। कमल का फूल आमतौर पर सफेद या गुलाबी रंग का होता है और पत्ते लगभग गोल, ढाल जैसे होते हैं। पत्तों की लंबी डंडियों और नसों से एक तरह का रेशा निकाला जाता है जिससे मंदिरों के दीपों की बत्तियां बनाई जाती हैं। कहते हैं, इस रेशे से तैयार किया हुआ कपड़ा पहनने से अनेक रोग दूर हो जाते हैं।
कमल के तने लंबे, सीधे और खोखले होते हैं तथा पानी के नीचे कीचड़ में चारों ओर फैलते हैं। तनों की गांठों पर से जड़ें निकलती हैं।
पानी में उगता है लेकिन होता है वाटरप्रूफ
कमल के पत्ते गोल और बड़े होते हैं और उन्हें गीला करना लगभग असंभव होता है। आप कमल के पत्ते पर जितना चाहे पानी के छींटे मार सकते हैं, लेकिन बूंदें तुरंत लुढ़क जाती हैं। आखिर इस जलीय पौधे की पत्तियों को क्या बात वाटरप्रूफ बनाती है ?
वैज्ञानिक हमेशा से जानते हैं कि जल में पाए जाने वाले अनेक पौधों की पत्तियां एक तरह के मोम जैसे क्रिस्टल पैदा करती हैं। ये क्रिस्टल पत्तियों को गीले होकर पानी में डूबने से बचाते हैं। वे पत्तियों में आवश्यक मात्रा में नमी बनाए रखने में भी मदद करते हैं। पत्तियां ऐसा करने में सक्षम होती हैं क्योंकि मोम पानी को रोकता है।
अब वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि पत्तों की इन सतहों में खुद को साफ करने की अद्भुत क्षमता भी होती है। बॉन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह दिखाने के लिए व्यापक शोध किया कि कमल के पत्ते से लुढ़कने वाली पानी की बूंदें गंदगी के कणों को दूर ले जाती हैं और सतह को पूरी तरह से साफ कर देती हैं। इस घटना को 'लोटस इफैक्ट' नाम दिया गया है और यह खुरदरी सतहों पर सबसे अच्छे से काम करता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि 'लोटस इफैक्ट' विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह कमल के पत्तों को हानिकारक जीवाणुओं से बचाने में मदद करता है। पत्तियों पर गंदगी के कणों में अक्सर छोटे रोग पैदा करने वाले फंगस और बैक्टीरिया होते हैं।
अधिकांश बैक्टीरिया धुल जाते हैं और जो कुछ बचे रहते हैं, वे अंततः नष्ट हो जाते हैं क्योंकि उन्हें जीवित रहने और विकास के लिए आवश्यक पानी नहीं मिलता है।
रोचक तथ्य
* इसे वैज्ञानिक रूप से' नीलम्बियन न्यूसिफेरा' के नाम से जाना जाता है।
* भारत के अलावा कमल वियतनाम का भी राष्ट्रीय फूल है।
* कमल फूल का बीज हजारों सालों तक बिना पानी के रह सकता है।
* यह दलदली पौधा है जिसकी जड़ें कम ऑक्सीजन वाली मिट्टी में ही उग सकती हैं। यह आमतौर पर तालाबों, पोखरों एवं कीचड़ भरी जगहों में पाया जाता है।
* कमल की पत्तियां सरल और लम्बी, खोखली हवा से भरे डंठल जैसी होती हैं जिससे कि पत्तियों को पानी की संतह पर तैरने में सहयोग मिल सके।
* मूल रूप से कमल एक भारतीय फूल है किन्तु आजकल यह चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, मिस्त्र और उष्णकटिबंधीय अमेरिका आदि जैसे देशों में भी पाया जाता है।
* यह केवल दो ही रंगों में पाया जाता है, वे हैं गुलाबी और सफेद।
* पौराणिक कथाओं के अनुसार कमल का फूल देवी लक्ष्मी और ब्रह्मा जी का सिंहासन है।
* मिस्त्र में कमल के फूल को सूर्य देवता का प्रतीक माना जाता है।
* कमल के फूल में 10 से 15 पंखुड़ियां होती हैं।
* कमल के फूल पानी से बीस इंच ऊपर तक पहुंच सकते हैं।
* कमल के फूल मछलियों और पानी के नीचे के पौधों को आश्रय और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
* कमल के फूल का डंठल छोटे-छोटे कांटों से ढका होता है जिन्हें 'प्रिकल्स' कहा जाता है।
* कमल के बीज, पत्ते, जड़ और पत्ती के डंठल भारतीय व्यंजनों में सब्जी के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
* बौद्ध कथाओं के अनुसार, बुद्ध के चरणों में कमल के फूल खिलते थे।
कमल भारत का राष्ट्रीय फूल है. यह एक जलीय पौधा है और इसे पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. कमल के फूल के बारे में ज़्यादा जानकारीः
* कमल के फूल सफ़ेद या गुलाबी रंग के होते हैं.
* कमल की पंखुड़ियां जहाज़ जैसी आकृति की होती हैं.
* कमल की पत्तियां ढाल जैसी होती हैं और सतह पर तैरती हैं.
* कमल के फूल की खुशबू बहुत अच्छी होती है.
* कमल के फूल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ़्लेमेटरी, और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं.
* कमल के फूल में कई तरह के मिनरल्स जैसे पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फ़ॉस्फ़ोरस, और क्लोरीन पाए जाते हैं.
* कमल के फूल कार्बोहाइड्रेट और फ़ाइबर का अच्छा स्रोत है.
* कमल के फूल को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.
* कमल के फूल को घर पर भी उगाया जा सकता है. इसके लिए कमल के बीजों को किराना स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग साइट से खरीदा जा सकता है.
कमल फूल की विशेषता क्या है?
कमल के फूलों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। साथ ही, इसमें कई तरह के मिनरल्स जैसे पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस और क्लोरीन पाए जाते हैं और ये फैट फ्री होते हैं। इसके अलावा, कमल के फूल कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का हेल्दी स्रोत है। यह एक बेस्ट आयुर्वेदिक औषधि है।कमल कीचड़ में क्यों खिलता है?
कमल का दुर्बल तना जल के कारण सीधी खड़ा रखने में मदद करता है जो प्रकाश संश्लेषण में मदद करता है और पत्तियों के उपर पाया जाने वाला मोम का परत पत्तियों को सड़ने से बचाती है । इस प्रकार सभी अनुकुल परिस्थितियों के कारण कमल कीचड़ में ही खिलता है।
घर में कमल का फूल रखने से क्या होता है?
फेंग शुई के अनुसार, सफेद कमल का फूल पवित्रता और महानता का प्रतीक है। सकारात्मक ऊर्जा के लिए, वास्तु शास्त्र के अनुसार , पवित्र कमल के पौधे को अपने घर के केंद्र में रखें, जिसे ब्रह्मस्थान कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह स्थान नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है और आपके पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
कमल के फूल की कहानी क्या है?
मिस्र के समय में, कमल का फूल उनके धर्म में बहुत महत्वपूर्ण था । सृजन और पुनर्जन्म का अर्थ है, यह सूर्य का प्रतीक था, क्योंकि रात होने पर यह बंद हो जाता है और पानी के नीचे चला जाता है और भोर होने पर यह पानी के ऊपर चढ़ जाता है और फिर से खुल जाता है।
कमल का फूल किसका प्रतीक है?
कमल भारत का राष्ट्रीय फूल है। यह पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है।
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