आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में माता- पिता बच्चे को समय ( importance of spending quality time with children ) नहीं दे पाते। इसी कारण अधिकतर माता-पिता के अपने बच्चों के साथ रिश्ते खराब भी हो जाते हैं। खासकर वर्किंग पेरेंट्स के लिए बच्चों को समय देना थोड़ा-सा मुश्किल हो सकता है।
आप बच्चों के साथ समय बिताकर उनके दिल की बात जान सकते हैं। जितना आप बच्चों के साथ समय व्यतीत करेंगे वे आपके उतने ही करीब आएंगे। तो चलिए जानते हैं कि कैसे आप बच्चे के साथ अपने रिश्ते और भी मजबूत कर सकते हैं...

बच्चों के साथ खेलकर बिताएं समय
बच्चे खेलने-कूदने के बहुत शौकीन होते हैं। आप उनके साथ खेलकर समय बिता सकते हैं। खेलना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। उनके खेल-कूद में आप खुद को भी शामिल कर सकते हैं। इससे बच्चे को अकेलापन भी महसूस नहीं होगा और आपके प्रति उनके दिल में प्यार और विश्वास भी बढ़ेगा।
बच्चों के साथ जाएं घूमने
बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है कि आप उन्हें बाहर घूमने के लिए लेकर जाएं। अगर आप रोज-रोज बच्चे के साथ घूमने नहीं जा सकते तो हफ्ते में एक बार जरूर उसे बाहर लेकर जाएं। आप बच्चे को सैर पर भी लेकर जा सकते हैं।
काम में करें बच्चों को शामिल
आप बच्चों के साथ समय बिताने के लिए उन्हें अपने साथ काम में शामिल कर सकते हैं। घर के छोटे-मोटे कामों में आप बच्चे की मदद ले सकते हैं। घर के बगीचे में पानी देने से लेकर, कमरे की डस्टिंग, उनके कपड़े संभालने जैसे छोटे-छोटे काम बच्चों को दे सकते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जिस काम में उन्हें दिलचस्पी नहीं है, वह काम बिल्कुल न करवाएं। यदि बच्चा काम नहीं करना चाहता तो उस पर दबाव भी न डालें।
बच्चे के शौक जानने की कोशिश करें
आप बच्चे के साथ क्वालिटी समय बिताने के लिए उनके शौक भी जरूर जानें। अगर बच्चा पेंटिंग, डांस या स्विमिंग जैसी कोई हॉबी रखता है तो उसका साथ भी जरूर दें। जैसे, आप बच्चे के साथ पेंटिंग कर सकते हैं, बच्चे को डांस क्लास भी आप ज्वाइन करा सकते हैं।
ऑफिस के बाद बिताएं समय
आप भले ही ऑफिस से थककर आए हों, लेकिन बच्चे सुबह से आपकी राह देखते हैं। यह समय वे आपके साथ बिताना चाहते हैं। घर लौटकर भी यदि आप बच्चों को समय नहीं देंगे तो आपके रिश्ते उनके साथ खराब हो सकते हैं। आप बच्चे के साथ बैठकर खाना खाएं, उनकी दिनचर्या के बारे में पूछें। उनकी खुशी और समस्या के बारे में भी जरूर बात करें।
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