जन्म तिथि : 13 जून
जन्मस्थान : बरेली
कद : 5 फुट 6 इंच
प्रिय रंग : ब्राऊन, सिल्वर
मनपसंद ड्रैस : गाऊन, पटियाला सूट, वैस्टर्न
पसंदीदा व्यंजन : घरेलू खाना पसंद है, फिर वह चावल-दाल ही क्यों न हो !

अभिनेत्री, डांसर के साथ ही वह अब निर्देशक भी बन चुकी है। निर्देशक इस तरह से, कि गत वर्ष वह म्यूजिक वीडियो 'क्यों करूं फिक्र' में नजर आई जिसे उसने ही डायरैक्ट किया था।
उत्तर प्रदेश के शहर बरेली से मुम्बई आना और गैर-फिल्मी परिवार से संबंधित होने के बावजूद उसने ग्लैमर जगत में जो लोकप्रियता बटोरी है, उसके लिए जीवन में काफी अनुशासन और फोकस की जरूरत होती है। उसके पिता पुलिस अधिकारी हैं और मां हैल्थ इंस्पैक्टर लेकिन घर से दूर मुम्बई जैसे शहर में उसने सब कुछ अपने दम पर कैसे सम्भाला, पर वह कहती है, "मेरे पिता हमेशा से ही बहुत व्यवस्थित रहे हैं और इस तरह के माहौल में पले-बढ़े होने से मुझे मुंबई आने पर बहुत मदद मिली- जिम्मेदार होना मेरे लिए स्वाभाविक था और समय की पाबंदी जैसी बातों का ध्यान रखने से मेरे काम करने के तरीके को मजबूती मिली, जिसकी दूसरे लोग सराहना करते थे।"
बचपन में बहुत शर्मीली थी
आज बेशक उसकी गिनती बॉलीवुड की सबसे ग्लैमरस अभिनेत्रियों में होती हो, बचपन में वह इससे एकदम उलट थी। बचपन की यादें ताजा करते हुए उसने कहा, "बचपन में मैं बहुत शर्मीली थी और स्कूल जाना पसंद नहीं करती थी, क्योंकि मेरा कोई दोस्त नहीं था और मेरी शक्ल-सूरत की वजह से मुझे बहुत तंग किया जाता था- मेरे बाल बहुत छोटे थे, मैं बहुत पतली थी, खुल कर बोल नहीं पाती थी और सबसे बढ़कर, मुझमें बिल्कुल भी आत्मविश्वास नहीं था। मैं अकेले बैठ कर खाना खाती थी लेकिन मेरी बहन (Disha Patani sister ), जो स्कूल में बहुत मशहूर थी, दोपहर के भोजन के समय मेरे साथ आकर बैठती थी...
लेकिन ईमानदारी से कहूं, तो यह मेरे लिए कोई बड़ी निराशाजनक बात नहीं थी क्योंकि मैं इसका ज्यादा तनाव नहीं लेती थी।"
मां से मिली प्रेरणा
दिशा ने कभी अभिनेत्री बनने का सपना नहीं देखा था। उसकी मां ने उसे हमेशा प्रेरित किया, जिसका परिणाम उसे तब मिला, जब उसने कक्षा 10वीं में अच्छे अंक प्राप्त किए। वह भौतिकी और गणित में बहुत अच्छी थी, लेकिन उसे कभी भी जीव विज्ञान या वनस्पति विज्ञान पसंद नहीं आया।
उसने इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लिया लेकिन मॉडलिंग करने के लिए दूसरे वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी।
तो उसके जीवन में यह बड़ा परिवर्तन कैसे और कब हुआ, के बारे में दिशा बताती है, "भले ही मुझे स्कूल में तंग किया जाता था, लेकिन मेरा दृष्टिकोण बहुत सकारात्मक था, इसलिए मैं इससे बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुई। मैं खुद का दिल लगाए रख सकती थी और अपने ही माहौल में खुश रहती थी, अपनी पसंद की चीजें करती थी। साथ ही, इससे मुझे मदद मिली कि मैं हमेशा रचनात्मक थी। खुद को खुश रखने के लिए मुझे कभी किसी बड़े समूह का हिस्सा बनने की जरूरत महसूस नहीं हुई... और जब कभी मैंने दोस्त बनाए, उनका और मेरा जीवन भर का साथ बना।"
"इसके अलावा, मां ने वास्तव में मुझे प्रोत्साहित किया। वह एक अभिनेत्री बनना चाहती थीं और बहुत सुंदर हैं। और मुझे लगता है कि वह हमेशा चाहती थीं कि मैं कुछ बनूं। यह प्रेरणा मुझमें नहीं थी - मैं तो साइंटिस्ट या ऐसा ही कुछ बनना चाहती थी। जब मैं लखनऊ में यूनिवर्सिटी में थी तो एक सहेली ने मॉडलिंग प्रतियोगिता के लिए मेरा नाम सुझाया और मुझसे कहा कि अगर तुम जीत जाओगी, तो तुम्हें मुंबई जाने का मौका मिलेगा।"
"मेरी किस्मत अच्छी रही और मैं जीत गई, जिसके कारण मैं मुंबई आ गई। यह बात मेरे लिए मजेदार और दिलचस्प थी कि मैं जीवन में भले ही बहुत शर्मीली और थोड़ी अंतर्मुखी थी लेकिन कैमरे के सामने मुझे किसी तरह की झिझक महसूस नहीं होती थी... कैमरे ने मुझे हमेशा ही सहज महसूस कराया।"
Source : Internet
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