म्यूजियम यानी संग्रहालय, ऐसी जगह का नाम है जहां पुरानी, नई व अनोखी चीजों का संग्रह किया जाता है। यहां हमारी ऐतिहासिक यादें भी संजोकर रखी जाती हैं जो आने वाली पीढियों को संदेश देती हैं जैसे कि हमारे पूर्वजों की पांडुलिपियां, रत्न, चित्र, शिलाचित्र, किताबें आदि। यहां आपको दुनिया के कुछ बेहद अनूठे संग्रहालयों के बारे में बता रहे हैं।

सुलभ इंटरनैशनल म्यूजियम (नई दिल्ली, भारत) Sulabh International Museum of Toilets
दुनिया के सबसे अनोखे संग्रहालयों में से एक शौचालय को समर्पित है। दिल्ली के इस संग्रहालय को सुलभ इंटरनैशनल नामक संस्था द्वारा चलाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को शौचालय के इतिहास से रू-ब-रू कराना और उनमें स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना है। इस संग्रहालय में तथ्यों, चित्र और वस्तुओं, घटनाओं, कालक्रम में शौचालयों के विकास के वर्णन का एक दुर्लभ संग्रह है। इसके संग्रह में सोने व अन्य आभूषणों से सुसज्जित टॉयलेट भी देखने को मिल जाएंगे।
लंच बॉक्स म्यूजियम (कोलम्बस, जॉर्जिया) The Lunch Box Museum
दुनिया में एक ऐसा म्यूजियम भी है जहां लंच बॉक्स के ढेर लगे हैं। यह म्यूजियम जॉर्जिया के कोलम्बस शहर में स्थित है। 56 वर्ष की उम्र में एलन वूडल ने लंच बॉक्स का यह म्यूजियम वर्ष 1991 में शुरू किया था। एलन ही म्यूजियम की देख-रेख • करते रहे हैं। इसमें प्रथम विश्वयुद्ध के लंच बॉक्स भी मौजूद हैं। इसे देखने के लिए हजारों लोग यहां पहुंचते हैं। किसी लंच बॉक्स पर मिकी-डोनाल्ड और रैम्बो बने हैं तो किसी पर सुपरमैन ।
ट्यूलिप म्यूजियम (एम्सटर्डम, नीदरलैंड) Amsterdam Tulip Museum
फूल किसे अच्छे नहीं लगते और जब बात ट्यूलिप फूलों की हो तो - कहने ही क्या। एक संग्रहालय ऐसा भी है जहां खूबसूरत फूलों वाले दृश्य हर ओर बिखरे हों। यह सुई के म्यूजियम ऐतिहासिक यूरोपीय शहर पिरामि एम्सटर्डम के बीचों-बीच मौजूद है। ऊंटो यहां की हर वस्तु ट्यूलिप की खुशबू आकृ से लेकर उस पर बनी फिल्मों को दिखाती है।
इस फूल के दीवाने तुर्क साम्राज्य के सुल्तानों और गोल्डन एज के डच व्यापारियों से आज के मालियों तक हैं। दुनियाभर के लोगों को इसने मोहित किया है। यह संग्रहालय इन फूलों की जानकारी का खजाना है।
माइक्रो म्यूजियम (ओर्डिनो, एंडोरा)
इस संग्रहालय में चारों ओर छोटी व बारीक चीजों का संग्रह है। वे लोग जो माइक्रोस्कोप से चीजों को देखना पसंद करते हैं, उनके लिए यह म्यूजियम एकदम सही है। आर्टिस्ट निकोलई सियादृष्टि ने इस म्यूजियम के लिए काफी ख्याति पाई। उन्होंने ऐसी आकृतियों व दृश्यों का निर्माण किया जिन्हें बस माइक्रोस्कोप की सहायता से देखा जा सकता है। उन्होंने इन चीजों को बनाने में बाल से भी 100 गुणा पतले सोने के धागे का इस्तेमाल किया।
पास्ता संग्रहालय (रोम, इटली) The Pasta Museum of Rome
इटली के शहर रोम में एक ऐसे म्यूजियम का निर्माण किया गया है जो आपको इटैलियन पास्ता का इतिहास बयां करेगा। यहां पास्ता बनाने में किस तरह के बर्तन उपयोग में पहले लाए जाते थे और समय के साथ उनके बदलते रूपों को भी बारीकी से प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ ही विभिन्न तस्वीरों के जरिए सांस्कृतिक स्वरूप भी दर्शाया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस
म्यूजियम के लिए एक दिन भी समर्पित 'किया गया है। म्यूजियम के महत्व को बताने व इसके प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 1983 में 18 मई को विश्व संग्रहालय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया।
धरोहरों का संग्रह
कभी म्यूजियम घूमा है तुमने, अगर घूमा है तो जरूर वहां पुरानी व अनोखी चीजें देख आश्चर्यचकित रह गए होंगे। सांस्कृतिक धरोहरों को सुरक्षित रखने और उनके प्रचार- प्रसार में संग्रहालय अहम भूमिका निभाते हैं। धार्मिक, सांस्कृतिक तथा ऐतिहासिक महत्व की चीजों और सामग्रियों को संग्रहालय इकट्ठा करते हैं और सुरक्षित रखते हैं। संग्रहालय प्राचीन कलाकृतियों, नक्काशियों, मूर्तिकला सहित तरह-तरह की चीजों तथा इतिहास आदि का भंडारगृह हैं।
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