Chandigarh News / Education in Chandigarh / Education Hub of India उत्तर भारत के शैक्षिक केंद्र के रूप में तेज़ी से उभरता चंडीगढ़ - पिछले 3 दशकों में लाखों स्टूडेंट्स के सुनहरे भविष्य की नींव रखी हैं। राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों की उपस्थिति के साथ चंडीगढ़ क्वालिटी एजूकेशन के विकास में उत्तर भारत के शैक्षिक केंद्र के रूप में उभरा है। यहां नजदीकी राज्यों पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर व उत्तराखण्ड आदि से भारी संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए यहाँ आते हैं।
Chandigarh an education hub for north Indian states: Rajnath Singh

चंडीगढ़ बना है नॉर्थ इंडिया का एजुकेशन हब Education Hub - best SSC / Bank Coaching
* शानदार रिजल्ट और ऑल इंडिया रैंक पर सिलेक्शन
* हर प्रतियोगी/प्रवेश परीक्षा के लिए डेडिकेटेड कोचिंग सेंटर
* अनुभवी फैकल्टी टीम की उपलब्धता
* अधिकांश संस्थानों में स्वयं डायरेक्टर लेते हैं क्लास
* स्टूडेंट्स की हर समस्या का समाधान करने के लिए हमेशा उपलब्ध रहती है फैकल्टी
यह सब जानते है कि स्टूडेंट्स के सपनों को सच करने वाले शहरों में दिल्ली स्टूडेंट्स की पहली पसंद है और अब इसी की तर्ज पर चंडीगढ़ शहर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां पर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा शहर के छात्र अपने सपनों सच करने के लिए बेहतरीन एजूकेशन के लिए आते हैं।
हर साल करीब 10 हजार स्टूडेंट्स यहां की विभिन्न यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए आते हैं। चंडीगढ़ देश का एक ऐसा शहर है, जहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, मेडिकल, गवर्नमेंट सर्विसेज, सिविल सर्विसेज, यूपीएससी, एमपीपीएससी, एसएससी, पुलिस, एचसीएफ और एचएएस भर्ती से जुड़ी सभी पढ़ाई के लिए एक नहीं कई अच्छे इंस्टीट्यूट व यूनिवर्सिटीज मौजूद हैं।
ऐसे में चंडीगढ़ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों का मेजर हब बन गया है और शानदार रिजल्ट के दम पर देश में अपना परचम भी लहरा रहा है। यहां पर छात्रों के लिए स्टेट लाइब्रेरी है जो छात्रों को पढ़ने का एक बेहतर स्पेस प्रोवाइड करती है। इसमें आप लाइब्रेरी की किताबों के अलावा मैगजीन, रीडिंग रूम, न्यूजपेपर सेक्शन, कंप्यूटर, विभिन्न विषयों पर रेफरेंस किताबें और रिसर्च का लाभ ले सकते हैं।
पिछले कुछ समय में चंडीगढ़ ने लाखों स्टूडेंट्स को अपने सपनों की मंजिल तक पहुंचाया है। इस दौरान करीब 10 हजार स्टूडेंट्स आईआईटी, 9 हजार स्टूडेंट्स मेडिकल कॉलेज में और लाखों बच्चे एनआईटी, प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज और मैनेजमेंट कॉलेज आदि में प्रवेश पा चुके हैं। इतना ही नहीं सिविल सर्विसेस और गवर्नमेंट सर्विसेस जैसे एसएससी, पुलिस में चयनित होने वाले कैंडिडेट्स में भी बड़ी संख्या में चंडीगढ़ से तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स का नाम होता है। कुछ बच्चों के साथ शुरू हुआ ये सफर अब एक बड़ा कारवां बन गया है, जो चंडीगढ़ को नॉर्थ इंडिया में क्वालिटी एजूकेशन के रूप में पहचान दिला रहा है।
हर साल 15% की दर से बढ़ रही है स्टूडेंट्स की संख्या
चंडीगढ़ में अन्य शहरों से आकर पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या हर साल 15 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। दरअसल अब माता-पिता अपने बच्चों को तैयारी के लिए घर से बहुत दूर अन्य शहरों में भेजने के बजाय चंडीगढ़ भेजने को तरजीह दे रहे हैं। यही वजह है कि अब नॉर्थ इंडिया के अन्य शहरों से चंडीगढ़ में आने वाले विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है। वहीं शहर में आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने का एक कारण सफलता के प्रतिशत को भी माना जा रहा है। साल भर होने वाले विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम जब भी आते हैं तो उनकी टॉपर्स लिस्ट में शहर से तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के नाम शामिल रहते हैं। वहीं सरकारी नौकरियों की चयन परीक्षाओं में सफल होने वाले विद्यार्थियों की फेहरिस्त में भी बड़ी संख्या में चंडीगढ़ से तैयारी करने वाले युवा शामिल होते हैं। यही कारण है कि हर साल शहर से तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अनुभवी फैकल्टी की गाइडेंस
शहर में इंजीनियरिंग की एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कराने वाले विभिन्न विषयों की एक्सपीरिएंस्ड फैकल्टी मौजूद हैं, इनमें से लगभग कुछ फैकल्टी आईआईटी और एनआईटी से पास आउट हैं। वहीं अगर मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कराने वाले फैकल्टी की बात करें तो इनकी फैकल्टी की काफी एक्सपीरिएंस्ड और लाजवाब है। इनमें से करीब कुछ डॉक्टर हैं, जो इस बात को दिखाता है कि शहर में तैयारी करने वाले बच्चों को एक्सपर्ट और अनुभवी टीचर्स द्वारा पढ़ाया जा रहा है। चंडीगढ़ को मिली सफलता यह दर्शाती है कि यहां के कोचिंग की कमान अनुभवी शिक्षकों के हाथों में है, जो यह भली-भांति जानते हैं कि एक स्टूडेंट से कैसे अच्छा परफॉर्म करवाना है।
इन कारणों ने चंडीगढ़ बन रहा है एजूकेशन के लिए फर्स्ट प्रेफरेंस
पहले जहां चंडीगढ़ के स्टूडेंट्स को क्लालिटी एजूकेशन दिल्ली और अन्य शहरों का रुख करना पड़ता था, वहीं अब चंडीगढ़ में कई बड़े शहरों के स्टूडेंट्स आ रहे हैं। हर साल करीब कई स्टूडेंट्स विभिन्न यूनिवर्सिटीज व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए चंडीगढ़ का रुख करते हैं। यहां हर प्रतियोगी परीक्षा में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स न सिर्फ सफलता हासिल कर है बल्कि टॉप रैंक लाने में भी सफल रहे हैं। वहीं प्राइवेट यूनिवर्सिटी की अगर बात की जाए तो चंडीगढ़ नॉर्थ इंडियां में क्वालिटी एजूकेशन की रेस में आगे चल रहा है। चंडीगढ़ को बेस्ट एजूकेशन हब के रूप में पहचान दिलाने के पीछे कई कारण है, जैसे।
पढ़ाई के लिए बेहतर इकोसिस्टम प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट स्कूल या कॉलेज व यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई भी कर रहे होते हैं। चंडीगढ़ में न सिर्फ कई अच्छे स्कूल हैं बल्कि हाइयर व प्रोफैशनल एजूकेशन के मामले में भी चंडीगढ़ अवाणी है। बेस्ट कोचिंग के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सस्थान चंडीगढ़ के इकोसिस्टम को पढ़ने के लिए एकदम परफेक्ट बनाते हैं।
बेहद सुरक्षित शहर है चंडीगढ़
माता-पिता अपने बच्चों को कहीं बाहर पढ़ने के लिए भेजने का निर्णय लेते हैं तब सबसे पहले वह बच्चे की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। यहां सुरक्षित माहौल में रहकर एक स्टूडेंट अपनी पढ़ाई पर पूरी तरह से फोकस कर पाता है, जिससे वह पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर पाता है। सुरक्षा जब पूरे देश में रात के समय सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा एक चुनौती बनी हुई है वहीं सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो चंडीगढ़ एक ** सुरक्षित जगह है कि यहां कि क्राइम रेशो भी बहुत कम है। यहां पर आपको हर एक चौक पर महिला सुरक्षा के लिए एक लेडी कॉन्सटेबल के साथ पुलिस खड़ी मिलेगी।
सेफ एंड सिक्योर पी.जी ( PG in Chandigarh )
सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो चंडीगढ़ में रहने के लिए लड़कियों ( PG in Chandigarh for Girls ) के लिए सबसे सेफ जगह है पीजी। यहां के पीजी लैंडलोर्ड लड़कियों सुरक्षा ( Girls PG in Chandigarh ) का बखूबी ध्यान रखते हैं। वैसे तो यहां पर रहने के लिए हर एक सैक्टर में गर्ल्स और बॉयज पीजी दोनों है। लेकिन चंडीगढ़ का 15 सैक्टर स्टूडेंट्स के लिए काफी फेमस है यहां पर काफी तदात में स्टूडेंट्स रहते है। यहां की सबसे खास बात यह है कि एक तो यहां पंजाब यूनिर्वसिटी भी नजदीक है जहां की लाइब्रेरी का स्टूडेंट्स लाभ उठा सकते है और दूसरा यहां से स्टेट लाइब्रेरी की भी काफी नजदीक है। खाने के लिए पंजाब यूनिर्वसिटी की कैटीन स्टूडेंट्स के लिए एक बेहतर विकल्प है क्योंकि वहां का खान सबसे सस्ता और बेस्ट क्वालिटी का मिलता है। यहां पर उन्हे इंडियन, चाइनीज हर प्रकार का खाना मिलेगा।
बजट फ्रेंडली चंडीगढ़
पढ़ाई के लिए अपने बच्चे को दिल्ली या कोटा भेजना हर माता पिता के बस में नहीं होता। लेकिन हर माता पिता यह भी चाहते है कि उनका पढ़े और आगे बढ़े इसके लिए दिल्ली और कोटा के बाद दूसरा विकल्प है चंडीगढ़, जो उनके बजट में भी होता है और दूरी की नजर से देखा जाए तो उतना दूर भी नहीं होता। इसके अलावा चंडीगढ़ के आसपास का क्षेत्र मोहाली, पंचकूला, खरड़ रहने की सबसे सस्ता विकल्प है।
देश के नामी शिक्षण संस्थान कर रहे चंडीगढ़ का रुख
पिछले कुछ वर्षों में देश की नामी-गिरामी शिक्षण संस्थानों ने अपनी टॉप फैकल्टी के साथ चंडीगढ़ का रुख करना शुरू कर दिया है, जिसके चलते शहर में तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को देश की टॉप फैकल्टी से पढ़ने का अवसर मिल रहा है। हर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स के पास कई अच्छे विकल्प उपलब्ध है।
युवाओं में बढ़ रहा UPSC का क्रेज़
चंडीगढ़ से भाग लेने वाले कैंडिडेट्स की संख्या
2020 में 800 से 2000 स्टूडेंट्स ने भाग लिया
2021 में 850 से 2100 स्टूडेंट्स ने भाग लिया
2022 में 900 से 2200 स्टूडेंट्स ने भाग लिया
2023 में 950 से 2300 स्टूडेंट्स ने भाग लिया
चंडीगढ़ से उत्तीर्ण कैंडिडेट्स की संख्या
2020 में 8 से 20 स्टूडेंट्स
2021 में 9 से 21 स्टूडेंट्स
2022 में 9 से 22 स्टूडेंट्स
2023 में 10 से 23 स्टूडेंट्स
आंकड़ों से समझें चंडीगढ़ की सफलता की कहानी
1990 से मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी शुरू हुई
1.5 लाख स्टूडेंट्स हर साल पढ़ने आ रहे हैं चंडीगढ़
400 स्टूडेंट्स (लगभग) हर साल चंडीगढ़ से विभिन्न आईआईटी में होते हैं चयनित
10,000 स्टूडेंट्स (लगभग) का सिलेक्शन आईआईटी में हुआ पिछले 33 साल में
9000 स्टूडेंट्स को सरकारी मेडिकल कॉलेज में मिला प्रवेश इन 33 वर्षों में
टाइम्स हायर एजुकेशन की ओर से वर्ल्ड रैंकिंग 2024:
अंकों के आधार पर पीयू देश में 21वें नंबर पर, सबसे बेहतर अंक रिसर्च क्वालिटी में मिले
रीजन से शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज सोलन टॉप पर है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के बाद टॉप चार यूनिवर्सिटी में शूलिनी है। अंकों के आधार पर पीयू देश में 21वें स्थान पर है, जबकि शूलिनी यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर है। पीयू के साथ-साथ 601-800 वाली ब्रेकेट में थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का नाम है। पीयू के सबसे बेहतर अंक रिसर्च क्वालिटी में हैं। 801 से 1000 वाली ब्रेकेट में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर हैं। 1000 से 12 सौ की ब्रेकेट में डॉ बीआर अंबेदकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जालंधर, आईआईटी रोपड़, आईआईटी मंडी शामिल हैं।
क्यूएस में - नॉर्थ इंडिया में एशिया के लीडिंग संस्थान
* चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली CU / Chandigarh University Mohali
* थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजी एंड टेक पटियाला Thapar Institute of Engineering and Technology Patiala
* ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी सोनीपत O.P. Jindal Global University
* चितकारा यूनिवर्सिटी राजपुरा Chitkara University Rajpura
* अशोका यूनिवर्सिटी सोनीपत Ashoka University Sonepat
* जीएनडीयू अमृतसर GNDU
* पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ PU / Panjab University Chandigarh
* आईआईटी रोपड़ रूपनगर Indian Institute of Technology Ropar
* लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर Lovely University Jalandhar
* शूलिनी यूनिवर्सिटी सोलन Shoolini University
* महारिषी मार्कण्डेय यूनिवर्सिटी Maharishi Markandeshwar
* एमआरआईआईआरएस फरीदाबाद Manav Rachna International Institute of Research and Studies
* आईआईटी मंडी Indian Institute of Technology Mandi
* एनआईटी जालंधर Dr. B.R. Ambedkar National Institute of Technology, Jalandhar
सवाल : चंडीगढ़ में पढ़ाई क्यों?
सवाल : क्या चंडीगढ़ पढ़ाई के लिए अच्छी जगह है?
उत्तर : चंडीगढ़ विश्वविद्यालय भारत और विश्व स्तर पर सबसे प्रशंसित संस्थानों में से एक है और क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग, 2024 के अनुसार इसे भारत के शीर्ष निजी विश्वविद्यालयों में नंबर एक स्थान दिया गया है। इससे पता चलता है कि संस्थान की शिक्षण प्रबंधन संरचना कितनी विश्वसनीय है।
सवाल : चंडीगढ़ की शिक्षा व्यवस्था क्या है?
उत्तर : चंडीगढ़ में 112 सरकारी स्कूल, 7 सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल, 83 मान्यता प्राप्त निजी स्कूल, 7 केंद्रीय सरकार/ केन्द्रीय विद्यालय/नवोदय विद्यालय समिति/वायुसेना द्वारा संचालित विद्यालय का अच्छा नेटवर्क है।
सवाल : चंडीगढ़ किस लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर : चंडीगढ़, भारत के प्रथम प्रधान मंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू के सपनों का शहर की योजना प्रसिद्ध फ्रांसीसी वास्तुकार ले कोर्बुसीयर ने बनाई थी। शिवालिक की तलहटी में सुरम्य रूप से स्थित, यह भारत में बीसवीं सदी में शहरी नियोजन और आधुनिक वास्तुकला में सबसे अच्छे प्रयोगों में से एक के रूप में जाना जाता है।
सवाल : चंडीगढ़ अन्य शहरों से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तर : चंडीगढ़ भारत का पहला नियोजित शहर था, जिसे 1947 में भारत की आजादी के तुरंत बाद बनाया गया था। इसे "सुंदर शहर" के रूप में जाना जाता है। इसमें सात सड़कों की एक एकीकृत प्रणाली है जो कुशल यातायात संचालन सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। शहर की खड़ी सड़कें उत्तर-पूर्व/दक्षिण-पश्चिम में चलती हैं।
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