हर लड़की का सपना होता है अपने एक सुन्दर से घर का, जिसमें कुछ बदलाव कर वह उसे ऐसा रंग-रूप देना चाहती है, जो उसकी कल्पना से मिलता-जुलता हो। समय के साथ घर की सजावट के ट्रैंड भी बदलते रहते हैं। कभी एंटीक का चलन होता है, तो कभी मॉडर्न डिजाइन ज्यादा चलते हैं। इसके लिए आपको यह जानना जरूरी है कि इंटीरियर में नया चलन क्या है और हमेशा चलन में क्या रहता है।
सिंपलिसिटी हमेशा नई
होम डैकोर में सिंपलिसिटी ही एक ऐसी चीज है, जो कभी पुरानी नहीं पड़ती, हमेशा चलन में रहती है। यदि आपने अपने घर को बोल्ड रंगों से सजाया हुआ है, तो इसे बदल कर सिंपल थीम पर आ जाएं, अर्थात बोल्ड रंगों की जगह हल्के रंगों का इस्तेमाल करें । हल्के रंग और सिम्पल डिजाइन आंखों को भाते और सुकून देते हैं।
समझें रंगों की भूमिका
रंग होम डैकोर में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए इन्हें बहुत समझदारी एवं कलात्मकता से इस्तेमाल किया जाना चाहिए। अक्सर गहरे रंग, भारी और बड़े प्रिंट्स आंखों को चुभने लगते हैं। इसका एक कारण इनमें गहराई और आकर्षण की कमी का होना भी है।
चलन पेस्टल रंगों का
हल्के पेस्टल रंगों का इस्तेमाल अपने घर को सजाने के लिए करें और इसमें बहुत से स्टोन्स को स्थान दें। इसके अलावा रूम में सफेद या हल्के रंग का बैड कवर बिछाएं।
क्लासिक और एंटीक लुक
घर के लिए क्लासिक और एंटीक फर्नीचर लेने के भी अपने ही फायदे हैं और घर के कुछ खास स्थानों को अपना स्टाइल स्टेटमैंट बनाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। भारतीय एंटीक लुक खास और भव्य दिखती है। इस लुक के लिए नक्काशीदार लकड़ी और बुनी हुई केन का फर्नीचर इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इसके लिए घर में बड़े स्पेस का होना जरूरी है ताकि यह स्थान भरा-भरा न लग कर आरामदायक लगे। इसके लिए छत ऊंची और खाली तथा घर हवादार व प्राकृतिक रोशनी से भरपूर होना चाहिए। इससे घर की भव्यता बढ़ती है।
इसके अलावा पाँ और दूसरे स्थानों पर कॉटन फैब्रिक, गहरे रंग, पेंडेंट लाइट्स, बड़े और भव्य पिक्चर फ्रेम, भारी टीकवुड के पलंग एवं लकड़ी की पेटियों जैसे कुछ और एलीमैंट हैं, जो होम डैकोर की एंटीक लुक को अधिक भव्यता प्रदान करते हैं।
प्रयोग और बदलाव
आमतौर पर लोग अपने घर का इंटीरियर करवाते वक्त किसी बदलाव या नए प्रयोग को लेकर काफी सशंकित रहते हैं। रंगों और लुक को लेकर लोगों की सोच को बदल पाना बहुत मुश्किल होता है। यही बात विटेज या एंटीक लुक के साथ भी है। ऐसे लोगों को कुछ भी नया अपनाने में समय लगता है।
इसके अलावा इंटीरियर का हर लुक एक अलग तरह की केयर और डिटेलिंग की मांग करता है।
तारतम्य और लय का ध्यान
इंटीरियर की एंटीक स्कीम में सभी चीजों के बीच तारतम्य और लय होनी चाहिए-
* पुराने और नए को एक साथ मिला सकते हैं, परन्तु लय या फ्लो से समझौता नहीं होना चाहिए। जैसे स्टील की कुर्सी किसी इंगलिश कंट्री होम के फ्लो में फिट नहीं बैठती, इसी तरह एक ट्रैडिशनल इंडियन सैटअप में लैदर का सोफा बिल्कुल अलग दिखेगा।
*लोग अक्सर लिविंग रूम और मास्टर बैडरूम पर ज्यादा ध्यान देते हैं और गैस्ट बैडरूम, ड्राई एरिया और बालकनी पर बिल्कुल नहीं, जो गलत है क्योंकि आपके घर का हर कोना महत्वपूर्ण है।
*बैडरूम में प्रमुख फर्नीचर बैड ही होता है, इसलिए अपने बैड को बैड फ्रिल्स और खूबसूरत लेसी क्विल्ट्स से सजाएं। इसे बैड कवर्स में ही नहीं बांधे रखें। इसके साथ खूबसूरत साइड टेबल्स रखें। आसपास ईजी चेयर भी रखें, ताकि दिन के समय आपको बैठने के लिए हमेशा बैड का इस्तेमाल न करना पड़े।
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