भारत ही नहीं, संसार भर में शायद ही कोई व्यंजन होगा जिसमें कमोबेश प्याज की आवश्यकता न पड़ती हो। कभी-कभी खाना खाते समय बीच में जब भी सलाद की याद आती है तब यहां तक कि अतिथिगण भी प्याज की फरमाइश करते हुए संकोच नहीं करते।
प्रश्न उभरता है कि आखिर प्याज में ऐसी कौन-सी जादुई ताकत है जो लोगों को हमेशा से अपनी ओर आकर्षित करती रही है। एक जमाने में कोई सब्जी न हो तो मजदूरी करने वाले लोग प्याज के साथ में रोटी खाते और बिना साग-सब्जी के अपना काम चला लेते थे।
प्याज के कई रंग होते हैं- सफेद, लाल और गहरा लाल । प्याज कैसा भी हो औषधीय गुण तो मूलतः एक समान होते हैं।

प्याज में जितनी परते हैं उससे कहीं ज्यादा इसमें गुण होते हैं।
किए गए शोधों के अनुसार प्याज गुर्दे की खराबी, इन्फ्लूएंजा, खांसी और पेशाब का कम आना जैसी बीमारियों में अचूक दवा है। आधुनिक अनुसंधान के अनुसार प्याज में रक्त की चिकनाई के स्तर को सामान्य रखने का असाधारण गुण' होता है। यदि प्याज का जरा भी अंश पेट में हो तो गर्मी में कभी भी लू नहीं लगती। लाल प्याज ताकतवर, गले के रोगों में लाभकारी और पाचक होता है। यह चर्म रोगों के लिए ज्यादा लाभकारी सिद्ध हुआ है। प्याज का रस तथा उसी मात्रा में सिरके का मिश्रण झाइयों के लिए एक उपयोगी इलाज है।
प्याज में एंटी एलर्जिक और एंटी कार्सिनोजेनिक गुण -भी होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन 'ए' और 'बी कॉम्पलैक्स' भी पाए जाते हैं।
प्याज का सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। प्याज में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो शरीर में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं। अगर शरीर में आयरन की कमी है तो भी आप डाइट में प्याज को शामिल कर सकते हैं यह आयरन व पोटाशियम के गुणों से भी भरपूर होता है।
Thankyou