तमन्ना भाटिया के साथ आपका एक अनोखा रिश्ता है। इसके बारे में बताएं ?
यह वास्तव में एक बहुत ही मजेदार कहानी है। हम किसी के जन्मदिन पर थे और एक लाइव सिंगर परफॉर्म कर रहा था। मैं स्टेज के पास उसके गानों पर डांस कर रही थी और वह भी। हमने एक-दूसरे को देखा, साथ में डांस करना शुरू किया और सचमुच बस इतना ही काफी था। हम बहुत जल्दी घुल-मिल गईं और अब मुझे नहीं पता कि मैं उनके बिना क्या करूंगी। वर्तमान में, तमन्ना और विजय वर्मा (तमन्ना का एक्स ब्वॉयफ्रैंड) मेरे सबसे करीब हैं, वे मेरे गॉडपेरैंट्स की तरह हैं।
क्या आपने फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले मीडिया ट्रेनिंग ली थी ?
जब मैंने पहली बार फोटोग्राफरों और मीडिया का सामना किया, तो यह डराने वाला था। वे अक्सर कहीं से भी कैमरा लेकर आ जाते थे और मैं सोचती थी- 'अब मैं क्या करूं?' पहले तो यह डरावना था लेकिन आप इसे अनुभव के माध्यम से ही संभालना सीख सकते हैं, चाहे सोशल मीडिया हो, फोटोग्राफरों के साथ या इंटरव्यू में। शुरुआत में, मुझे चिंता होती थी कि कोई गलत जवाब न दे दूं या गलत न कह दूं, लेकिन समय के साथ, मैंने सबसे महत्वपूर्ण बात सीख ली है : बस अपने प्रति सच्चे रहें। हर परिस्थिति में ईमानदार और प्रामाणिक होना सबसे अच्छे से काम करता है।
क्या आप अपनी बहनों पूजा और छाया ( रवीना की गोद ली हुई बेटियां) के करीब हैं? और आपके भाई रणबीर के साथ आपका रिश्ता कैसा है?
छाया दीदी मुंबई वापस चली गई हैं और पूजा दीदी दक्षिण अफ्रीका में रहती हैं लेकिन जब भी वे घर पर होती हैं, तो यह पूरी तरह पागलपन भरा माहौल होता है। दिसंबर में, हम सभी एक ही घर में साथ रहे। मां वहां से बस जाना चाहती थीं क्योंकि हमने उन्हें वाकई पागल कर दिया था। हम चारों मिलकर व्यावहारिक रूप से बहुत उथल-पुथल मचा सकते हैं, इसलिए हमारी अपनी टीमें है:
पूजा दीदी तथा मैं एक टीम हैं और छाया दीदी तथा रणबीर दूसरी टीम हैं। पूजा दीदी और मैं शरारती हैं जबकि छाया दीदी और रणबीर बिलकुल सीधे-साधे हैं इसलिए पूजा दीदी और मैं उन्हें हर समय परेशान करते रहते हैं।
क्या हमेशा से अभिनय की ओर आपका झुकाव था या आपकी कोई और करियर बनाने की इच्छा भी थी ?
जब से मैंने अपनी मां को कैमरे पर देखा, मुझे पता था कि मैं यही करना चाहती हूं। मुझे हमेशा से प्रदर्शन कलाएं पसंद रही हैं। स्कूल में मेरा झुकाव हमेशा रचनात्मक कलाओं की ओर था। मैं शीशे के सामने खड़ी होकर खुद को देखती और नाचती-गाती थी। मैं गाने और प्यानो बजाने का नाटक करती थी लेकिन एक समय ऐसा भी था जब मैं पशु चिकित्सक बनना चाहती थी।
क्या आपका कोई करीबी दोस्त है जो इंडस्ट्री में है या सभी इंडस्ट्री से बाहर के हैं ?
जब हम बच्चे थे तब मैं अनन्या (पांडे), शनाया (कपूर) और सुहाना (खान) को जानती थी। ऐसे कई मौके आए जब हमारे माता-पिता लंदन, जर्मनी जैसी जगहों पर शूटिंग कर रहे होते थे तो हम साथ में यात्रा करते थे। मैं उन्हें स्कूल और बाहर भी जानती थी।
कहते हैं कि बेटियां अपने पिता के अधिक करीब होती हैं... आप किसके अधिक करीब हैं- अपने पिता के या अपनी मां के?
मैं उन दोनों के बराबर करीब हूं। मैं अलग-अलग तरह की सलाह के लिए दोनों के पास जाती हूं। मो और मेरे पास हर दिन बात करने के लिए बहुत कुछ होता है। वह मेरा भावनात्मक सहारा है। जहां तक पिताजी की बात है, तो वह मुझे अपने व्यावसायिक दृष्टिकोण से मार्गदर्शन देते हैं। उन्होंने हमेशा मुझे जमीन से जुड़े रहने के लिए कहा है। वह कहते हैं, 'अगर आप कड़ी मेहनत करेंगे तो परिणाम जरूर दिखेंगे। अगर आपको नतीजे नहीं मिल रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप पर्याप्त मेहनत नहीं कर रहे हैं। अगर चीजें आपके हिसाब से नहीं होती हैं, तो आप किसी और को दोष नहीं दे सकते।'
आप केवल 19 साल की हैं और अभी से आप मैगजीन कवर पर हैं और फिल्मों में मुख्य भूमिकाएं निभा रही हैं। क्या यह एक परीकथा जैसा लगता है?
यह आश्चर्यजनक से कम नहीं महसूस होता। साथ ही, यह डरावना भी है। बहुत कुछ है, जिसे मैं अभी भी समझ नहीं पा रही है। मुझे लगता है कि यह भावनाओं का बवंडर है।
क्या आपको लगता है कि आप अपना फिल्मी करियर थोड़ा बाद में शुरू कर सकती थीं?
नहीं, मेरा मानना है कि यह किस्मत है। जो कुछ भी होना है, वह अपने समय पर होता ही है। यहां तक कि पहली फिल्म साइन करना भी मुझे विश्वास की छलांग लगाने जैसा लगा। जब मुझे साइन किया गया, तब में 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी। मुझे स्विन्ट पसंद आई और मैंने हां कह दिया। अभी भी मैं पढ़ाई कर रही हूँ।
आगे जानिए बॉलीवुड एक्ट्रेस संजना सांघी की लाइफ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
Thankyou