
बच्चों को अच्छी आदतें कैसे सिखाएं? बच्चे अपने माता-पिता को देखकर ही सब कुछ बसीखते हैं, जैसे आदत, तौर-तरीका बाल काल इत्यादि, इसलिए बच्चों को अच्छी और बुरी आदतों के बीच का अंतर समझाना और अच्छी आदतों को अपनाने के लिए प्रेरित करना जरूरी होता है।
स्वस्थ खान-पान
सुझाव : भोजन को रंग-बिरंगा बनाएं।
बच्चे ज्यादातर फास्ट फूड, चिप्स, मिठाई, ब्रिस्कुट और चॉकलेट आदि की मांग करते हैं। आपको उन्हें यह विश्वास दिलाना होगा कि स्वस्थ भोजन भी उतना ही स्वादिष्ट हो सकता है। उन्हें नूडल्स, पास्ता, केक, कुकीज और पिज्जा घर पर बना कर खिलाएं।
बच्चों में स्वस्थ खान-पान की आदत को विकसित करने के लिए, रंग-बिरंगे व्यंजन बनाएं लक्ष्य निर्धारित करें कि हफ्ते के हर दिन इंद्रधनुषं के रंगों में से किसी एक रंग का खाना उन्हें खाना पड़ेगा। इससे न केवल स्वास्थ्य लाभ होता है, बल्कि बच्चों को इसे खाने में मजा भी आएगा। माता-पिता को नियमित रूप से पौष्टिक और संतुलित भोजन करके बच्चों के लिए अच्छी मिसाल पेश करनी चाहिए।
शारीरिक श्रम वाले काम
सुझाव : बच्चों को बैठने के लिए प्रोत्साहित न करें, उन्हें चलने-फिरने दें।
अपने बच्चों को बैठे रहने और सोफा पर आराम करने और टैलीविजन देखने की अनुमति देना, माता-पिता के रूप में आपकी ओर से एक बड़ी गलती होगी। अपने बच्चों को एक स्थानबद्ध जीवनशैली न अपनाने दें। उन्हें घर से बाहर निकलने के लिए प्रोत्साहित करें, चाहे टहलने या व्यायाम करने या बाहर जा कर खेलने के लिए। अपने बच्चों को समझाएं कि पूरे समय एक ही स्थान पर बैठे रह कर टी.वी. देखने या मेबाइल पर गेम खेलते रहने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
परिवार के साथ भोजन का आनंद लें
सुझाव : साथ में डिनर के समय का आनंद लेना अपनी प्राथमिकता बनाएं।
आज जीवन जितना व्यस्त रहता है, उसमें परिवार और बड़ों के साथ मूल्यवान समय बिताने के लिए शायद ही किसी के पास फुर्सत होती है। व्यस्तता के कारण हो सकता है कि आप बच्चों के साथ बैठकर उनकी कहानियों - और व्यक्तिगत मुद्दों को सुनने का समय न निकाल सकें। परिवार के सदस्यों के साथ डिनर के समय का आनंद लेने को प्राथमिकता बनाएं। आप कई चीजों पर चर्चा और एक-दूसरे के साथ अपने विचार सांझा कर सकते ] हैं; इससे आपके बच्चों पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा।
एक-दूसरे के साथ बांटना सिखाएं
सुझाव : घर पर सांझा करने की आदत को प्रोत्साहित करके शुरू करें।
बच्चों को कुछ चीज़ों का मूल्य समझ आना चाहिए, उन्हें आभारी होना सीखना चाहिए और इतना विनम्र होना चाहिए कि वे उन लोगों के साथ चीजें सांझा करें, जो उन चीजों को खरीदने का सामर्थ्य नहीं रखते। उन्हें उन - अमूर्त चीजों के बारे में भी सिखाएं, जिन्हें सांझा किया जा सकता है, जैसे कि भावनाएं, उमंग और कहानियां। - बच्चे पहले परिवार के साथ सांझा करना सीखेंगे - माता-- पिता, दादा-दादी, भाई-बहन, चचेरे भाई-बहन, विस्तारित परिवार के साथ और फिर अन्य लोगों के साथ। बांटने की यह आदत उन्हें एक बेहतर इंसान बनाएगी ।
Thankyou