
बुजुर्गों को ऑनलाइन घोटालों से बचाना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक बन गया है। जैसे-जैसे दुनिया डिजिटल होती जा रही है, वैसे-वैसे साइबर अपराधियों के लिए नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं और उनका सबसे आसान निशाना बनते हैं हमारे बुजुर्ग।
आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधी सबसे आसान लक्ष्य उन लोगों को मानते हैं, जो टेक्नोलॉजी के बारे में ज्यादा नहीं जानते — यानी बुजुर्ग नागरिक।
📲 क्यों बनते हैं बुजुर्ग ऑनलाइन घोटालों के शिकार?
बुजुर्ग लोग अक्सर रिटायरमेंट के बाद कुछ पैसे जमा कर लेते हैं। हालांकि, उनमें से कई लोगों की टेक्नोलॉजी और डिजिटल दुनिया को लेकर समझ सीमित होती है। उन्हें स्मार्टफोन, इंटरनेट बैंकिंग, ए.टी.एम. और मोबाइल ऐप्स के सुरक्षित इस्तेमाल की पूरी जानकारी नहीं होती। यही कारण है कि फिशिंग कॉल, नकली ऐप्स और फर्जी वेबसाइटों के जाल में वे जल्दी फंस जाते हैं।
इसके अलावा, बहुत से बुजुर्गों के बच्चे नौकरी या पढ़ाई के सिलसिले में दूर शहरों या विदेशों में रहते हैं। ऐसे में उनकी देखरेख करने वाला भी आसपास नहीं होता, जिससे धोखेबाजों को मौका मिल जाता है। यही वजह है कि बुजुर्गों को ऑनलाइन घोटालों से कैसे बचाएं? अब हर परिवार की ज़िम्मेदारी बन चुकी है।
📲 1. मोबाइल और कॉल आधारित स्कैम से बचाव
बुजुर्गों के लिए साइबर सुरक्षा , फ्रॉड कॉल से कैसे बचें ?
ज्यादातर स्कैम मोबाइल कॉल या SMS के जरिए होते हैं।
उदाहरण के लिए:
- “आपकी बैंक सेवा बंद होने वाली है, लिंक पर क्लिक करें”
- “मैं बैंक से बोल रहा हूं, कृपया OTP या पासवर्ड बताएं”
बचाव कैसे करें?
- अपने माता-पिता को सिखाएं कि वे किसी भी कॉल पर तुरंत विश्वास न करें।
- किसी अनजान लिंक पर कभी क्लिक न करें।
- OTP, पासवर्ड, ATM पिन किसी को भी न बताएं — यहां तक कि बैंक एजेंट को भी नहीं।
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💻 2. गलत ऐप्स और ई-मेल स्कैम से कैसे बचें?
गलत ऐप कैसे पहचानें, फिशिंग ईमेल से कैसे बचें ?
ऑनलाइन ठग नकली ऐप्स, अनवेरिफाइड ई-कॉमर्स वेबसाइट, बीमा एजेंट या स्पैम ई-मेल से निजी जानकारी चुरा लेते हैं।
कई बार बुजुर्ग गलती से ये ऐप्स डाउनलोड कर लेते हैं या स्पैम लिंक खोल लेते हैं।
बचाव कैसे करें?
- केवल Google Play Store या Apple App Store से ही ऐप डाउनलोड करवाएं।
- हर ईमेल की लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचना सिखाएं।
- उन्हें बताएं कि कोई भी बीमा एजेंट फोन पर बैंक डिटेल्स नहीं मांगता।
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🧠 3. बातचीत और जागरूकता सबसे बड़ा हथियार
ऑनलाइन फ्रॉड अवेयरनेस, बुजुर्गों को जागरूक कैसे करें ?
कई बार आपके माता-पिता को जानकारी ही नहीं होती कि कौन-कौन से ऑनलाइन स्कैम चल रहे हैं।
इसलिए नियमित बातचीत बहुत जरूरी है।
बचाव कैसे करें?
- सप्ताह में कम से कम एक बार उनके साथ साइबर सेफ्टी की चर्चा करें।
- उन्हें बताएँ कि कैसे लोग झूठे बैंक, सरकारी एजेंट या रिश्तेदार बनकर धोखा देते हैं।
- हाल ही में हुए फ्रॉड्स की न्यूज या वीडियो उन्हें दिखाएं।
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🔐 4. सिक्योरिटी प्रोटोकॉल की जानकारी दें
साइबर सुरक्षा टिप्स, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सेफ कैसे बनाएं ?
अपने बुजुर्गों को ये जरूरी सुरक्षा नियम सिखाएं:
- फोन या ईमेल पर पिन, पासवर्ड, आधार/पैन नंबर कभी भी किसी से साझा न करें।
- किसी अनजान नंबर से आई कॉल पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया न दें।
- कहें कि “मैं बाद में बात करूंगा” और पहले आपसे सलाह लें।
- व्हाट्सएप या फेसबुक पर मिलने वाले संदिग्ध लिंक को न खोलें।
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📚 5. धीरे-धीरे डिजिटल शिक्षा दें
बुजुर्गों को एकदम से तकनीक सिखाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आप उन्हें धीरे-धीरे बुनियादी चीजें सिखा सकते हैं:
- मोबाइल ऐप का सही उपयोग
- फोन सेटिंग्स में सिक्योरिटी फीचर ऑन करना
- बैंक ऐप्स और OTP की जानकारी
- गूगल पे / भीम ऐप का सुरक्षित इस्तेमाल
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✅ निष्कर्ष: अपनी सुरक्षा, आपकी ज़िम्मेदारी
बुजुर्गों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाना सिर्फ जानकारी देने का नहीं, भरोसेमंद साथ देने का काम है।
आज ही अपने माता-पिता या दादा-दादी के साथ बैठें, उन्हें इन बातों से अवगत कराएं और टेक्नोलॉजी से डराने की बजाय उन्हें सशक्त बनाएं।
बुजुर्गों को ऑनलाइन सुरक्षा देने का दायित्व सिर्फ सरकार या पुलिस का नहीं, बल्कि हर परिवार के युवा सदस्य का भी है। उन्हें जितना ज्यादा जागरूक करेंगे, उतना ही वे सतर्क रहेंगे और धोखेबाजों से सुरक्षित रहेंगे। यह एक छोटा कदम हो सकता है, लेकिन यह आपके माता-पिता की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने में बहुत बड़ा योगदान दे सकता है।
📌 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q.1: बुजुर्ग ऑनलाइन फ्रॉड का सबसे बड़ा कारण क्या है?
A: जानकारी की कमी, टेक्नोलॉजी का डर, और अकेलापन — ये तीन कारण सबसे आम हैं।
Q.2: क्या कोई ऐप है जिससे बुजुर्गों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाया जा सकता है?
A: हां, जैसे Truecaller, Norton Mobile Security, और Google Family Link जैसे ऐप मददगार हो सकते हैं।
Q.3: क्या OTP किसी से साझा करना सुरक्षित है?
A: नहीं! OTP सिर्फ आपके लिए है। इसे किसी के साथ भी शेयर करना फ्रॉड को न्योता देना है।
Q.4: ऑनलाइन बैंकिंग के लिए सबसे सुरक्षित तरीका क्या है?
A: दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication) और केवल आधिकारिक बैंक ऐप्स का उपयोग करें।
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