गुणकारी 'हल्दी' : हजारों वर्षों से हल्दी का इस्तेमाल खाना पकाने, सौंदर्य प्रसाधन और पारम्परिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। इसमें 'करक्यूमिन' नामक शक्तिशाली घटक होता है।
जानिए हल्दी खाने के क्या फायदे हैं? (kachi haldi ke fayde hindi me):
'करक्यूमिन' की उपस्थिति के कारण हल्दी एक प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंट व एंटीबायोटिक है। इस प्रकार यह हृदय रोग की रोकथाम और प्रबंधन में एक संभावित भूमिका निभाती है। इसमें हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने और प्रतिरक्षा में सुधार करने की क्षमता है।
kachi haldi ke fayde hindi meयह मस्तिष्क को स्वैस्थ रखने, अल्जाइमर रोग को रोकने, तनाव और अवसाद से लड़ने तथा मस्तिष्क में ट्यूमर के गठन को रोकने के लिए अच्छी है।
* यह रक्त के थक्के जमने और उसके प्रवाह में रुकावट को रोकती है और रक्तचाप को सामान्य करती है।
* यह आणविक स्तर पर कैंसर के गठन, वृद्धि और विकास को प्रभावित कर सकती है। यह कई प्रकार के कैंसर के खतरे या प्रसार को भी कम करती है और शरीर को कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करती है। यह प्रसंस्कृत भोजन में इस्तेमाल किए जाने वाले एडिटिव्स जैसे कुछ कार्सिनोजेंस के प्रभावों का प्रतिकार कर सकती है।
* 'करक्यूमिन ' मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और मैक्यूलर डिजनरेशन के खतरे को भी कम कर सकता है।
* इसके सूजनरोधी गुण (बैक्टीरिया, वायरस और चोटों के कारण) संधिशोथ, सूजन आंत्र रोग, घुटने के जोड़ों में सूजन और दर्द में मदद करते हैं मवाद वाले घावों, सोरायसिस, एक्जिमा, खुले घावों और जलन जैसी त्वचा की स्थितियों को ठीक करते हैं, बिना किसी दुष्प्रभाव के।
* हल्दी लिवर में क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मुरम्मत करती है और इस तरह उसकी रक्षा करती है।
* ग्लूकोज लैवल कम होने से टाइप-2 डायबिटीज का असर कम होता है।
* यह चयापचय को गति देती है, प्राचन में सुधार करती है, दस्त और अन्य पाचन तंत्र की बीमारी को ठीक करती है।
* यह नई वसा कोशिकाओं के विकास को रोकती है और वजन घटाने में मदद करती है।
* यह सर्दी, बहती नाक, साइनसाइटिस से बचाती है और ऐसी स्थितियों के खिलाफ प्रतिरक्षा में सुधार करती है।
हल्दी वाले दूध के फ़ायदे: doodh mai haldi ke fayde
हल्दी का उपयोग कैसे करें
* अपनी नाक को गर्म पानी एक चुटकी नमक हल्दी पाऊडर से धोएं।
* अच्छी नींद और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए उबलते दूध में एक चुटकी हल्दी पाऊडर मिलाएं और सोने से पहले पिएं।
* रोजाना हल्दी वाला पानी (भोजन से पहले आधा गिलास) पीने से गैस्ट्राइटिस से बचाव होता है।
* 4 कप ठंडा पानी +2 चम्मच पिसी हुई ताजी हल्दी, 4 चम्मच शहद और आधा ताजा नींबू का रस मिलाकर नींबू पानी बनाएं और पिएं। यह हाई बी.पी. से बचाती है।
* हल्दी को जब जैतून या नारियल के तेल के साथ पकाया जाता है तो यह शरीर को अधिक करक्यूमिन अवशोषित करने में मदद करता है जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा।
* हल्दी पाऊडर + नीम की पत्ती के गोले को खाली पेट पानी के साथ लेने से परजीवी मर जाते हैं और सम्पूर्ण आहार तंत्र साफ हो जाता है।
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