गर्भावस्था में महिलाओं को तनाव होना स्वाभाविक है। मां चनने की इस उथल-पुथल भरी यात्रा में छोटी-सी खुशियों को बटोरकर इसे एक सुहाना व यादगार सफर बना सकती है
मां बनने का सफ़र चुनौतीपूर्ण है, पर इस यात्रा को हसीन और खुशनुमा बनाने के लिए बहुत-सी ऐसी छोटी-बड़ी गतिविधियां हैं, जिनसे वह इस कठिन डगर को आसान व आनंदमय बना संकती है।
एंटीनेटल योग Antenatal Yoga
गर्भावस्था में योग बेहद लाभदायक होता है। इससे न सिर्फ शरीर चुस्त रहता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। इससे गर्भवती महिलाओं को कमर/पीठ दर्द से छुटकारा मिल सकता है और वे प्रसव के लिए तैयार भी होती हैं। योगासन से शरीर में खून का प्रवाह बढ़ता है, मांसपेशियां टोन होती हैं और लचीलेपन में सुधार आता है। श्वसन और मेडिटेशन से दिमाग़ शांत व संतुलित रहता है। डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
एरोमाथैरेपी Aromatherapy
गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं जिसकी वजह से अक्सर मूड स्विंग, आलस, थकान और तनाव जैसी परेशानियां होती हैं। एरोमाथैरेपी गर्भावस्था के दौरान तनाव कम करने में मददगार साबित हो सकती है। इससे नींद अच्छी आती है, मन शांत होता है और मांसपेशियों की ऐंठन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। लैवेंडर, चंदन या लेमन एसेंशियल ऑयल को कैरियर ऑयल (एसेंशियल ऑयल को पतला करने के लिए प्रयुक्त होता है) में मिलाकर डिफ्यूचर के जरिए इस्तेमाल करना बेहतर होगा।
गर्भ संस्कार क्लासेस Garbh Sanskar Classes
गर्भसंस्कार का सीधा अर्थ है गर्भ में शिशु को शिक्षित करना। यह मां और बच्चे के लिए शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, भावनात्मक तथा ♡ सामाजिक विकास और पूर्णता प्राप्त करने की एक प्रक्रिया है। भारतीय संस्कृति के अनुसार वास्तविक व पारंपरिक मूल्यों और पालन-पोषण की शिक्षा गर्भ में भ्रूण की पुष्टि होने के समय से ही शुरू हो जाती है। इसीलिए बड़े-बुजुर्ग गर्भवती स्त्री को सकारात्मक विचार व भावनाएं रखने की सलाह देते हैं। ऑनलाइन- ऑफलाइन विभिन्न गर्भ संस्कार कक्षाएं हैं, जहां प्रशिक्षित शिक्षक सकारात्मक विचार प्रदान करते हैं।
एक्वा ऐरोबिक्स Aqua Arobics
इसे आमतौर पर पूल के उथले पानी में खड़ा होकर किया जाता है। महिलाओं में एक सामान्य शंका यह होती है कि क्या गर्भावस्था के दौरान एक्वा एरोबिक्स सुरक्षित है? आपके स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए, विशेषज्ञ की देखरेख में गर्भावस्था के दौरान एक्वा जुंबा, वॉटर-योगा और एक्वा जॉग को सुरक्षित माना जाता है।
बुक रीडिंग सेशंस Book Reading Session
अच्छी किताबें पढ़ने से मां और बच्चे का मन अच्छा रहता है। आप आध्यात्मिक, प्रेरणादायक किताबों से लेकर हल्की-फुल्की कॉमेडी व फिक्शनल किताबें पढ़ सकती हैं। इससे आपको मानसिक तौर पर सुकून मिलेगा। साथ ही गर्भस्थ शिशु का आगे चलकर किस ओर रुझान होगा, यह भी निश्चित होगा। मिस्ट्री/थ्रिलर या हॉरर फिल्मों और किताबों से दूरी बनाकर रखें।
म्यूज़िकल मेलोडीज़ Musical Melodies
मन को ठीक और तनाव को कम करने के लिए संगीत एक अच्छा और आसान तरीक़ा है। संगीत में हीलिंग पॉवर होती है, इसलिए कई शारीरिक और मानसिक विकारों के इलाज के लिए प्राचीन समय से ही म्यूजिक थैरेपी का इस्तेमाल किया जाता रहा है। कहते हैं कि गर्भावस्था में गाने सुनने से पेट में पल रहे बच्चे का बौद्धिक, मानसिक, व्यावहारिक और भावनात्मक विकास अच्छी तरह होता है। मधुर धुन वाले कोमल और सूदिंग गाने सुनना बेहतर होगा। शोर करने वाले पॉप म्यूजिक या मेटल म्यूजिक से परहेज करें।
नेस्टिंग Nesting
गर्भावस्था के दौरान नेस्टिंग की प्रक्रिया को समझने के लिए कल्पना करें कि पंछी किस तरह अपने अंडों को सुरक्षित रखने के लिए बसेरा या घोंसला बनाता है। उसी तरह गर्भवती महिला भी अपने शिशु के आने की तैयारी करती है। गर्भावस्था के दौरान महिला द्वारा होने वाले बच्चे के लिए तैयारी करने की प्रवृत्ति को ही नेस्टिंग कहते हैं। यह प्रवृत्ति गर्भावस्था के आखिरी दिनों यानी कि तीसरी तिमाही में ज्यादा प्रबल हो जाती है। मां शिशु के कपड़े, प्रसव के बाद शिशु के लिए जरूरी सामान, घर में बेबी के लिए नर्सरी बनाना इत्यादि में जुट सकती है।
शॉपिंग Shopping
गर्भावस्था के दौरान महिलाएं ऐसे कपड़े पहनना चाहती हैं जिसमें उन्हें आराम मिले। अपनी खुशी के लिए महिलाएं मेटरनिटी वेयर शॉपिंग करें।
फोटो शूट Photoshoot
गर्भावस्था के दौरान फोटो शूट कराने से भी ख़ुशी मिलेगी और मन भी अच्छा हो जाएगा। मां बनने की ख़ुशी को तस्वीर में कैद कर सकती हैं।
गोदभराई Baby Shower / Godh bharai
यह रस्म है लेकिन इस आयोजन से मन को भी खुशी भी मिलती है। आप अपनी गोदभराई/ बेबी शावर का पूरी तरह से आनंद लें।
Thankyou