'प्रैग्नेंसी' में सफर Is it safe to travel during pregnancy by train ? क्या गर्भावस्था के दौरान ट्रेन में यात्रा करना सुरक्षित है?
यदि आपका बार-बार गर्भपात हो जाता है या गर्भ नहीं टिकता और इस वजह से डाक्टर ने आपको पूर्णतः बैडरैस्ट करने की सलाह दी है तो किसी भी स्थिति में ट्रैवल न करें, अन्यथा पुनः गर्भपात की स्थिति बन सकती है।
यदि ट्रैवल करना बहुत जरूरी है तो सड़क मार्ग की बजाय रेलमार्ग को चुनें। सड़कों पर स्पीड ब्रेकर, गड्डे आदि होने के कारण काफी झटके लगते हैं। कई बार वाहन दो-चार फुट तक उछल जाता है। यह स्थिति जोखिमपूर्ण हो सकती है। यदि आप निजी वाहन से यात्रा करती हैं तो वाहन की गति अत्यंत धीमी रखें तथा स्पीड ब्रेकर और गड्डों का ध्यान रखें, खासतौर पर रात के समय। यदि वाहन कोई अन्य व्यक्ति या ड्राइवर चला रहा हो तो उसे भी उक्त हिदायत दें।
रेलयात्रा में धक्के नहीं लगते, इसलिए वह अपेक्षाकृत निरापद मानी गई है लेकिन सफर चाहे रेल का हो या बस का, गर्भवती को भीड़-भाड़ से बचना चाहिए। खासतौर पर चढ़ते-उतरते समय ध्यान रखें क्योंकि अत्यधिक भीड़ होने पर आपका पेट दब सकता है या आप जमीन पर गिर सकती हैं, जिससे गर्भस्थ को क्षति पहुंच सकती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वे आरक्षण कराकर ही रेल यात्रा करें, टिकट खिड़की पर या प्लेटफार्म पर धक्का-मुक्की कभी न करें।
गर्भवती को अधिक दूरी या लम्बे समय की यात्रा एक बारगी नहीं करनी चाहिए, अपितु बीच में ठहराव देना चाहिए यानी टुकड़ों में यात्रा करनी चाहिए।
यदि आप हवाई यात्रा करना चाहती हैं, तो भी सवाधानी बरतें। यदि आपकी प्रैग्नेंसी 32 सप्ताह से अधिक की है तो हवाई यात्रा न करने में ही भलाई है क्योंकि हवा के दबाव में बदलाव होने से परेशानी हो सकती है। यदि हवाई यात्रा करनी जरूरी ही हो, उन सभी नियमों का पालन करें, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बनाए गए हैं।
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