अदरक के फायदे ( adrak-ke-fayde ), हितकारी 'अदरक ' अदरक बहुपयोगी औषधीय गुण वाला पदार्थ है। भारत और चीन के चिकित्सा ग्रंथों में ताजे और सुखाए गए, दो रूपों में इसके औषधीय इस्तेमाल का विस्तार से वर्णन है।
अदरक के फायदे पेट के लिए ( adrak-ke-fayde ), अदरक को पेट की समस्याओं, मतली, दस्त, हैजा, दांत दर्द, रक्तस्त्राव और गठिया के उपचार के लिए एक औषधि के रूप में बताया गया है। चीन के जड़ी-बूटी विशेषज्ञ इसका इस्तेमाल सर्दी, खांसी सहित श्वास संबंधी तमाम बीमारियों के उपचार में भी करते हैं।

Adrak-ke-fayde अदरक के फायदे में , पांचवीं सदी में चीनी नाविक लम्बी समुद्र यात्राओं में तिक स्कर्वी के इलाज के लिए अदरक में मौजूद विटामिन 'सी' तत्वों का इस्तेमाल करते थे। भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथों में अदरक को सबसे महत्वपूर्ण बूटियों में से एक माना औषधियों का पूरा खजाना बताया गया है। यह पाचन शक्ति और भूख को बढ़ाता है। इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाते हैं।
अदरक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह सर्दी- खांसी तथा फ्लू का जाना-माना उपचार है। ऊपरी श्वास मार्ग के संक्रमण में आराम पहुंचाने के कारण यह खांसी, खराब गले और ब्रोंकाइटिस में भी काफी असरकारी होता है।
Adrak-ke-fayde अदरक के फायदे में ,अदरक सर्दी के समय उत्तेजित होने वाले दुखदायी साइनस सहित शरीर के सूक्ष्म संचरण माध्यमों को भी साफ करता है। सर्दी, खांसी और फ्लू में नींबू तथा शहद के साथ अदरक की चाय पीना बहुत लोकप्रिय नुस्खा है। अदरक में गर्मी लाने वाले गुण भी होते हैं, इसलिए यह सर्दियों में शरीर को गर्म कर सकता है और इससे अहम बात है कि यह सेहत के लिए हितकारी पसीने को बढ़ा सकती है।
Adrak-ke-fayde अदरक के फायदे में, अदरक शरीर को विषमुक्त करने और सर्दी-जुकाम के लक्षणों में लाभदायक होने के साथ बैक्टीरियल और फंगल संक्रमणों से भी लड़ने में मददगार साबित होता है।
अदरक में सक्रिय पदार्थ होते हैं जो आसानी से शरीर द्वारा सोख लिए जाते हैं।
बहुत से अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लिपिड पेरोक्सिडेशन और डी. एन. ए. क्षति को रोकते हैं। इससे उम्र के साथ आने वाली तमाम तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, आर्थराइटिस, अल्जाइमर्स और बाकी रोगों से बचाव में मदद मिलती है।
ध्यान देने योग्य बातें
दो साल से कम उम्र के बच्चों को अदरक नहीं देना चाहिए। आमतौर पर वयस्कों को एक दिन में चार ग्राम से ज्यादा अदरक नहीं लेना चाहिए, जिसमें खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाने वाला अदरक भी शामिल है। गर्भवती स्त्रियों को एक ग्राम से अधिक अदरक रोजाना नहीं लेना चाहिए।
आप अदरक की चाय बनाने के लिए सूखे या ताजे अदरक की जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे रोजाना दो से तीन बार पी सकते हैं। अत्यधिक सूजन को कम करने के लिए आप रोजाना प्रभावित क्षेत्र पर अदरक के तेल से मालिश कर सकते हैं।
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