अयोध्या उत्तर प्रदेश में बने दिव्य और भव्य मंदिर Ayodhya Ram Mandir में प्रभु श्रीराम के बाल स्वरूप रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा Pran Pratishtha हो चुकी है । यह अनुष्ठान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मोहन भागवत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख की उपस्थिति में पुरा हुआ है । रामलला गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं और उनकी पहली तस्वीर सामने आई है । गर्भगृह में समारोह के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने रामलला की पूजा-अर्चना की और इसके बाद मूर्ति का अनुष्ठान पूरा किया गया।
पीएम मोदी ने इसके बाद रामलला की आरती की और गर्भगृह में इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत भी नजर आए । यूरोप में भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर धूम मची है । हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में भारतीय समुदाय ने जमकर जश्न मनाया, लोगों ने हाथों में तिरंगा और भगवा झंडा लेकर जय श्रीराम के गाने पर खूब डांस किया । भारतीय लोग किस तरह जश्न में डूबे हैं सामने आए तस्वीरों में देखा जा सकता है कि जश्न में बच्चे, महिलाएं और सभी उम्र के लोग शामिल हुए । लोगों ने स्पेशल पूजा और हवन का भी आयोजन किया ।

Pran Pratishtha प्राण प्रतिष्ठा क्या होती है?
भारतीय धर्मों में प्राण प्रतिष्ठा उस संस्कार या समारोह को संदर्भित करता है जिसके द्वारा एक हिंदू मंदिर में जब किसी मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा की जाती है तब मंत्र द्वारा उस देवी या देवता का आवाहन किया जाता है कि वे उस मूर्ति में प्रतिष्ठित हों। इसी समय पहली बार मूर्ति की आँखें खोली जाती हैं। जिसमें देवता को निवासी अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए भजन और मंत्र का पाठ किया जाता है,

राम मंदिर में 108 फीट लंबी अगरबत्ती 50 कि.मी. तक महकेगी
108 फीट लंबी अगरबत्ती 3,610 किलो वजन की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या पहुंच गई। गुजरात में तैयार की गई है यह अगरबत्ती जिसको बनाने में 6 महीने लगे इसकी लंबाई 108 फीट है। इस अगरबत्ती में कई तरह की जड़ी बूटियां डाली गई है। लगभग डेढ़ महीने तक यह अगरबत्ती जलेगी तथा इलाके के 50 किलोमीटर में अपनी सुगंध फैलाएगी।
राम मंदिर में 600 किलो का नगाड़ा गुजरात से सोने-चांदी से मढ़ा पहुंचा
राम मंदिर में चांदी के सिक्के के साथ 7000 रामभक्तों को मिलेगा प्रसाद
22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हैं। प्राण-प्रतिष्ठा में बुलाए गए 7000 अतिथियों को प्रसाद में चांदी का सिक्का, ब्रास की थाली और अंगवस्त्र दिए जाएंगे। चांदी के सिक्के के लिए अशोक सिंहल फाऊंडेशन से मॉडल मांगे गए हैं।
अतिथियों को चांदी का वर्क लगा, देसी घी से बना 100 ग्राम का विशेष मोतीचूर का लड्डू प्रसाद के रूप में दिया जाएगा इस विशेष मोतीचूर लड्डू के लगभग डेढ़ लाख पैकेट बनाए जा रहे हैं जिन्हें 22 और 23 जनवरी 2024 को भक्तों में वितरित किया जाएगा। नींव की खोदाई के दौरान निकली श्रीराम जन्मभूमि की मिट्टी को ट्रस्ट एक डिब्बी में पैक कर अतिथियों को भेंट करेगा। राम मंदिर व अयोध्या से जुड़ा 15, मीटर का एक चित्र समारोह में पहुंच रहे पी.एम. नरेंद्र मोदी सहित अतिथियों को दिया जाएगा।
राम मंदिर में एटा के घंटे की आवाज 2 कि.मी. दूर सुनेगी
2400 किलो का एटा के कारीगरों द्वारा बनाया गया घंटा भी राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौंपा गया है। सैकड़ों व्यापारी फूलों से सजाकर रथ में अष्टधातु के इस घंटे को अयोध्या लेकर लाए हैं। शांत माहौल में इस घंटे की आवाज करीब 2 किमी तक सुनाई देगी। कारोबारी मनोज मित्तल ने बताया कि उनके पिता विकास मित्तल की स्मृति में इसको तैयार किया गया है।
राम मंदिर अयोध्या-अहमदाबाद के बीच हवाई सेवा शुरू
प्राण प्रतिष्ठा के दिन केंद्रीय कार्यालयों में आधे दिन की छुट्टी
कार्मिक मंत्रालय ने आदेश जारी किया, अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण 22 जनवरी को देश भर में केंद्र सरकार के सभी कार्यालय आधे दिन के लिए बंद रहेंगे। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में वीरवार को यह जानकारी दी गई । सोमवार को राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला की नई मूर्ति का 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह निर्धारित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा यह समारोह किया जाना तयं है। कार्मिक मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों को जारी आदेश में कहा, "अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न, 22 जनवरी, 2024 को पूरे भारत में मनाया जाएगा ताकि इस उत्सव में कर्मचारी भाग ले।"
'राम चरित मानस' की मांग पूरी नहीं कर पा रही गीता प्रेस
श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तिथि की घोषणा के बाद से ही अयोध्या में यहां के प्रसिद्ध गीता प्रैस को रामचरितमानस की मांग को पूरा करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
मांग को ध्यान में रखते हुए गीता प्रैस के प्रबंधक लालमणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रेस रामचरितमानस को वैबसाइट पर अपलोड करेगा 16 जनवरी से जि से मुफ्त में डाऊनलोड किया जा सकता है।
मॉरीशस के सभी मंदिरों में रामायण श्लोकों का जाप होगा
सार्वजनिक कार्यालयों में काम करने वाले हिंदुओं के लिए मॉरीशस कैबिनेट द्वारा 2 घंटे के अनिवार्य अवकाश की घोषणा के एक दिन बाद अब यह पता चला है कि द्वीपीय देश के मंदिर भारत में भव्य आयोजन से पहले महाकाव्य 'रामायण' के श्लोकों के जाप का आयोजन करेंगे।
15 जनवरी को मकर संक्रांति से, हमारे सभी मंदिरों में रामायण के श्लोकों का जाप होगा। मॉरीशस सनातन धर्म मंदिर महासंघ के अध्यक्ष भोजराज घूरबिन ने कहा कि हिंदू- बहुल देश के सभी मंदिर श्री रामलला की 'प्राण प्रतिष्ठा' के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में 'रामायण' के छंदों के जाप का आयोजन करेंगे। अध्यक्ष ने कहा कि पूरे मॉरीशस में हमारे सभी हिंदू भाई-बहन इन दिनों उत्सव के मूड में हैं।
राम, सीता, हनुमान की चित्रों वाली फिरोजाबाद के चूड़ी निर्माता महिलाओं को निशुल्क भेंट करेंगे चूड़ियां
समारोह में आने वाली महिलाओं को फिरोजाबाद के चूड़ी व्यापारियों ने राम, सीता एवं हनुमान की चित्र वाली चूड़ियां निशुल्क भेंट करने का संकल्प लिया है।
आनंद अग्रवाल एवं उनके पुत्र निशांक अग्रवाल, फिरोजाबाद के चूड़ी निर्माता ने चूड़ी एवं कंगनों के ऊपर प्रभु श्री राम, माता सीता एवं मारुति नंदन हनुमान के चित्रों की आकृतियां उकेर कर उन्हें मनमोहक रूप में तैयार किया है। आनंद अग्रवाल ने बताया कि आकर्षक डिजाइनों के बीच विभिन्न रंगों में इन चित्रों के लगभग 10,000 पैक तैयार किया जा रहे हैं जो राम जन्मभूमि समारोह स्थल पर पर 22 एवं 23 जनवरी को स्टॉल लगाकर वितरित किए जाएंगे।
घरों में वे बधाई गाने तो जाएंगे लेकिन नेग नहीं मांगेंगे, बरेली के किन्नर समुदाय ने ऐलान
श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर बरेली के किन्नर समुदाय ने ऐलान किया कि 22 जनवरी को पैदा होने वाले बच्चों के घरों में वे बधाई गाने तो जाएंगे लेकिन नेग नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा, 'हम बड़े भाग्यशाली हैं कि अपने जीवन में राम मंदिर के दर्शन करेंगे।' हर वर्ष पांच गरीब बच्चों की स्कूल की फीस अदा करने वाली किन्नर शारदा ने बताया कि वह अपने क्षेत्र में यजमानों के घर-घर जाकर पांच-पांच दीपक पहुंचा रहे हैं, ताकि 22 जनवरी को अपने घरों में दीपक जलाएं।
उन्होंने कहा, '22 जनवरी को जिस परिवार में संतान होने पर हम बधाई गाने जाएंगे, वहां नेग नहीं मानेंगे जो मिल जाएगा खुशी-खुशी ले लेंगे और नहीं भी मिला तो आशीर्वाद देकर के लौट आएंगे।'
प्रयागराज में 11,000 बार लिखेंगी 'राम' अमरीका की सोनल सिंह
38 वर्षीय सोनल सिंह एक सॉफ्टवेयर सलाहकार न्यूयॉर्क में रह रहीं हैं और आध्यात्म में उनका पूरा रुझान है और वह अभी प्रयागराज के संगम क्षेत्र में अक्षय वट मार्ग पर 'राम नाम बैंक' के माघ मेला शिविरम में हैं। उनका मानना है कि 'राम केवल एक नाम नहीं है, अपितु एक ऊर्जात्मक शब्द है जो सकारात्मक कंपन पैदा करता है और एक दिव्य शक्ति हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है।'

मैरीलैंड राज्य में 'महा टैस्ला कार म्यूजिकल लाइट शो'
अयोध्या में राम मंदिर के उद्द्घाटन को लेकर भारत सहित विश्वभर में श्रद्धापूर्ण उत्साह के बीच विश्व हिंदू परिषद (वी.एच.पी.) की अमरीकी इकाई ने मैरीलैंड राज्य में' महा टैस्ला कार म्यूजिकल लाइट शो' का आयोजन किया।
राम का नाम बनाने के लिए 150 से अधिक टैस्ला कारों ने भाग लिया। मैरीलैंड में 'अयोध्या वे' नामक सड़क पर स्थित है अंजनेय मंदिर के प्रांगण में वाशिंगटन, वर्जीनिया और मैरीलैंड से अपनी-अपनी टैस्ला कारों में आए हिंदुओं ने 'रामधुन' पर अपनी कारों की लाइटों को जला-बुझाकर उज्ज्वल एवं रंगीन प्रकाश बिखेरा। आयोजन का सर्वाधिक आकर्षक रहा 'राम' का नाम जो 150 से अधिक टैस्ला कारों को सटीक ढंग से खड़ी करके बनाया गया। 'रामधुन' की मधुर ध्वनि तरंगों के बीच अपने हाथों में भगवान राम की छवियों वाले झंडे लिए हिंदू पुरुषों, महिलाओं व बच्चों ने 'जय श्री राम', 'जय श्री लक्ष्मण', 'जय जानकी', जय हनुमान जी की' नारे लगाए।

इसके साथ ही, 10 राज्यों में अमरीका के हिंदू समुदाय ने वहां के भगवान राम और भव्य मंदिर के चित्रों वाले 40 से अधिक विशाल बिलबोर्ड लगाए हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए समुदाय की ओर से अनेक कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
सरयू नदी के तट पर 'कलश पूजन' (दूसरे दिन)
अध्यात्म से परिपूर्ण रामनगरी में पौष मास, शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि से अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शुभारंभ हो चुका है। अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किए जा रहे अनुष्ठानों के बुधवार को दूसरे दिन सरयू नदी के तट पर 'कलश पूजन' किया गया।
मंगलवार को अनुष्ठानों का श्रृंखला शुरू हुई जो बुधवार को यहां सरयू नदी के तट पर 'यजमान' (मुख्य यजमान) द्वारा 'कलश पूजन' के साथ जारी रही। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के से अनुष्ठान 21 जनवरी तक चलेंगे। अयोध्या में सरयू नदी के जल का बहुत महत्व है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने सरयू नदी तट पर 'कलश पूजन' किया। अनुष्ठान के लिए 'यजमान' श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा हैं और अनिल मिश्रा को 22 जनवरी को किए जाने वाले अनुष्ठानों सहित सभी अनुष्ठानों में भाग लेना है।
अयोध्या की हर सड़क, हर - रास्ते, हर दुकान, हर मकान पर केवल 'जय श्रीराम' की आध्यात्मिक अनुभूति न महसूस की जा रही है तो नव्य अयोध्या विरासत और आधुनिकता का समावेश बैठाती भी दिख रही है।
अयोध्या में सरयू नदी पर कलश पूजन के लिए कलश सिर पर रख कर जाती महिला श्रद्धालु
गर्भगृह में विराजमान हुआ रामलला का विग्रह / गर्भगृह में रखा गया रामलला का विग्रह कपड़े में लिपटा हुआ।
रामनगरी अयोध्या में गुरुवार को रामलला विग्रह को अपने आसन पर श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा मंदिर के गर्भगृह में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलला के विग्रह की स्थापना हुई।
रामसेवकपुरम् से कल देर सायं बंद ट्रक में विग्रह को रखकर रामजन्मभूमि के गेट नं. 2 से प्रवेश कराया गया था। 51 इंच की श्याम रंग प्रतिमा की मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा तराशी गई है जिसका वजन 2 टन बताया गया है। फिलहाल अभी प्रतिमा को ढका गया है। राम पथ , ट्रक धर्म पथ और भक्ति पथ से होता हुआ प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचा, फिर इसके बाद दशरथ महल के रास्ते रंगमहल से होते हुए रामजन्मभूमि परिसर के गेट पर पहुंचा था। जगह- जगह श्रद्धालुओं ने अपने भगवान का स्वागत फूलों से वर्षा कर किया और 'जय श्री राम' के जयकारे लगाए।
.... और देखें : अयोध्या धाम: राम लला के दर्शन को जाएं तो इन 8 तीर्थस्थलों को भी देखना न भूलें
Thankyou