गुनगुने पानी से दिन की शुरुआत, रोज बच्चों के साथ खेलकूद जैसे ये पांच संकल्प आपको रखेंगे सेहतमंद 2024 में सेहत देश में 40% महिलाएं मोटापे से पीड़ित, 10 करोड़ लोग डायबिटिक
Health Tips in Hindi
सेहतमंद रखने में ऐसे मदद करते हैं ये पांच नियम
1. दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करें, प्यास पानी से ही बुझाएं
दिन की शुरुआत एक या दो गिलास गुनगुने पानी से करें। जब भी भोजन करें उसके पहले और भोजन के बीच में पानी पीते रहें। इसके अलावा दिन में जब भी प्यास लगे तो सादा पानी पीएं। पर्याप्त पानी न केवल शरीर में एनर्जी बनाए रखता है बल्कि वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और बेहतर मेटाबॉलिज्म के लिए पानी बेहद जरूरी है।
2. रोजाना के मुख्य भोजन में साथ सलाद जरूर शामिल करें
देश की लगभग 5% आबादी गंभीर मोटापे की शिकार है। अधिक वजन या मोटापा डायबिटीज, हृदय रोग, स्ट्रोक, आर्थराइटिस और कई तरह के कैंसर सहित गंभीर बीमारियों का कारण है।
सलाद में शामिल खीरा, मूली, टमाटर, चुकंदर आदि में फाइबर होता है। यह रक्त में शुगर के अवशोषण को घटाता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल घटता है, जिससे डायबिटीज और हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
3. बच्चों के साथ रोज 30 से 45 मिनट जरूर खेलें, वॉक करें
सेहतमंद रहने के लिए एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। अच्छी सेहत के लिए सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम गति की अथवा 75 मिनट तेज गति की एक्सरसाइज करनी चाहिए।
बच्चों के साथ खेलना इस क्राइटेरिया को पूरा करने का सबसे आसान तरीका है। इसके अलावा यह खेल उनके साथ भावनात्मक बॉन्डिंग को भी मजबूत करता है। इससे तनाव घटता है।
4. मीठा अधिक पसंद है तो उसे फल से रिप्लेस करें
डायबिटीज के दो ही प्रमुख कारण हैं। पहला- भोजन में अधिक फैट एवं शुगर और दूसरा- शारीरिक निष्क्रियता ।
फल को पचने में समय लगता है। ऐसे में इनमें पाई जाने वाली मिठास, मिठाइयों, सॉफ्ट ड्रिंक, पैकेज्ड जूस आदि की तुलना में देरी से रक्त में मिलती है। फलों में फाइबर और विभिन्न मिनरल्स भी होते हैं जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं।
5. सोने का शेड्यूल तय करके रोज 7 से 8 घंटे की नींद लें
नींद के दौरान इम्यून सिस्टम विशेष प्रकार के प्रोटेक्टिव प्रोटीन रिलीज करता है, जिन्हें साइटोकाइन्स कहा जाता है। नींद पूरी नहीं होने पर इनका उत्पादन कम हो जाता है, जिससे आप जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं।
शरीर व्यवस्थित रूप से काम करने के लिए बॉडी क्लॉक, जिसे सरकेडियन रिदम भी कहते हैं. को फॉलो करता है। इसलिए शेड्यूल जरूरी है।
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