'बिगड़ रहे रिश्ते को' समय रहते सम्भालना होगा
प्यार ऐसा अहसास होता है. जिसे दिल से जीना चाहिए। प्यार में कोई शिकायत या माफी नहीं होती लेकिन कुछ लोग प्यार में एक-दूसरे को अपशब्द कहकर, लड़ाई-झगड़ा करके प्यार जैसे अच्छे शब्द को अपमानित करते हैं। अगर आपके रिश्ते में कुछ ऐसा हो रहा हो तो जरूरी है कि समय रहते आप अपने रिश्ते को सुधारने की कोशिश करें।
एक-दूसरे को सम्मान दें
कहते हैं जिस रिश्ते में एक-दूसरे के लिए इज्जत नहीं होती, वह रिश्ता नहीं, एक बोझ बन जाता है। अच्छा रहेगा कि आप इसे समय रहते सुधार लें। जैसे हर बीमारी की दवा है, वैसे ही आपकी इस दिक्कत का भी समाधान है। एक-दूसरे को अहं दिखाने की बजाय झुकना सीखें और जब भी गुस्सा आए, तब उन दिनों) को याद करें, जब आप एक-दूसरे के साथ चट्टान बन कर खड़े थे। ऐसा सोचने से आपका गुस्सा ठंडा हो जाएगा। घर में एक के पहल करने से घर का वातावरण भी धीरे- धीरे बदलने लगता है, यह तो सिर्फ रिश्ता है।

एक-दूसरे को समय दें
जब तक आप एक-दूसरे को समय नहीं देंगे, बातें नहीं करेंगे, तब तक ऐसे रिश्तों का कोई भी समाधान नहीं हो सकता। बेहतर रहेगा कि रिश्ते को खत्म करने से अच्छा आप इसे सुधारें, एक- दूसरे को समय दें और एक नई शुरुआत की सोच पैदा करें। एक- दूसरे को समझें, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा न करें। अगर आपका पार्टनर किसी काम को करने में असमर्थ हो तो आप उसे पूरा करें और यही आपके लिए नई शुरुआत होगी।
विश्वास पैदा करें
वैवाहिक रिश्ते में विश्वास का होना बहुत जरूरी है। यह वह नींव है, जिस पर रिश्ता टिका होता है। शक नामक शब्द रिश्तों में आग लगा देता है, खुशियों को मार देता है। एक-दूसरे पर रोकटोक करने की बजाय एक- दूसरे पर भरोसा करें, जो आपके रिश्ते को और मजबूत बनाएगा।
सोशल मीडिया से रिश्तों में आ रही दरारें
सोशल मीडिया के जहां फायदे हैं, वहीं इसके दुरुपयोग भी सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया जहां पुराने रिश्तों को जोड़ता है, वहीं नए रिश्तों को खत्म कर जिंदगी को नर्क बना रहा है। लोग जिस तरह से सोशल मीडिया के आदी हो रहे हैं, उससे लोगों के वैवाहिक जीवन में दरारें पड़ने लगी हैं। कई हंसते- खेलते परिवार सोशल मीडिया के कारण टूटने के कगार पर पहुंच चुके हैं। अब तो सोशल साइट्स के कारण रिश्ते बिगड़ने के मामले थानों तक भी पहुंचने लगे हैं।
मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि सोशल साइट्स के ज्यादा इस्तेमाल से विवाहित जोड़ों की लाइफ बुरी तरह प्रभावित हो रही है। सोशल मीडिया के कारण होने वाले पारिवारिक विवादों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है।
रिश्तों में बढ़ाता शक
बता दें कि पहले जब मोबाइल और सोशल मीडिया नहीं था, तो पति-पत्नी के बीच बहस कम होती थी क्योंकि अगर कोई राज होता भी था तो उसे उजागर करना मुश्किल होता था। लेकिन मोबाइल और सोशल मीडिया ने किसी से भी संपर्क करना आसान बना दिया है।
इसके अलावा मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिए विवाहेत्तर संबंधों के बारे में पत्नी या पति को पकड़ना बहुत आसान हो गया है। व्हॉट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक, मैसेज, कॉल आदि के जरिए चैटिंग या बातचीत से पति-पत्नी के बीच शक की दरारें बढ रही हैं।
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