एक कोई व्यवसाय शुरू किया जाता है तो उसे नए विचार how to start a business और तरीब how to start a startup के साथ जब स्टार्टअप व्यवसाय मॉडल कहा जाता है। स्टाटअप में आइडिया Startup Ideas और नवीनता, दोनों महवपूर्ण हैं। स्टाटअप इकाई एक नए विचार, विकास, विस्तार या नए उपादों का व्यवसायीकरण करने का काम करती है, और उसके लिए प्रौद्योगिकी (Technology) का इस्तेमाल करती है। लेकिन किसी भी काम की शुआत करने के लिए धन की आवयकता होती है। मशीन, उपाद और उसके उपादन में लागत भी आती है। फिर इससे बड़ी चुनौती है सामान को हक तक पहुंचाना, जिसके लिए भी धन की आवयकता होती है।

शोध, योजना और रजिस्ट्रेशन ( Conduct market research ) What startups are trending?
मान लीजिए हर्बल ब्यूटी प्रोडक्ट का व्यवसाय शुरू करने का विचार बनाया है। अब अगला कदम होगा बिजनेस प्लान बनाने और बाजार विलेषण पर शोध करने का। बिजनेस मॉडल बनाने के बाद, अगला कदम होगा अपने बिजनेस का रजिस्शन कराने और जीएसटी नंबर हासिल करना।
प्रोडक्ट बनाने से लेकर बेचने तक
इसके बाद सबसे कठिन है प्रोडक्ट को बेचना। किसी भी उपाद को बेचने के लिए, उद्यमी को विपणन (Marketing) रणनीतियां तैयार करने, विपणन कर्मियों को नियुक्त करने और उसकी सामी तैयार करने की आवयकता होती है। एक स्टाटअप उद्यमी के पास आमतौर पर यादा पूंजी नहीं होती है और जो कुछ भी उसके पास होता है, वह पंजीकरण, के माल और उपादन लागत पर समाप्त हो जाता है। उसे उपाद की माकटिंग और बिक्री के लिए धन की आवयकता होती है।
उपाद की पैकेजिंग भी बड़ा ख़र्च है
उपाद की पैकेजिंग के लिए सामान, उसका डिजाइन, लोगो डिज़ाइन पर खर्च होता है। सामान ग्राहक तक पहुंचाने के लिए ई-कॉमर्स पर अपना सामान दर्शाना होता है जिसके लिए एक निचित राशि का भुगतान होता है।ग्राहक तक सामान पहुंचाने में भी धन की आवयकता होती है। लोगों तक अपने प्रोडक्ट की जानकारी पहुंचाने के लिए विज्ञापन देना भी जरूरी है जिसके लिए अलग से बजट बनाना पड़ता है।
जुटाएं स्टार्टअप फंड
स्टार्टअप की वित्तीय आवयकता की पूर्ति करने के लिए एंजेल निवेशक (वो लोग जो स्टार्टअप के शुआती चरणों में निवेश करना चाहते हैं), बैंक, इनक्यूबेटर (संगठन जो स्टाटअप की मदद करते हैं), एनबीएफसी (गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी) की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा, स्टाटअप के लिए सरकारी योजना और सरकारी अनुदान के रास्ते धन प्राप्त कर सकते हैं। स्टाटअप इंडिया सीड फंड स्कीम (एसआईएसएफएस) बाजार में प्रवेश, उपाद परीक्षण, व्यवसायीकरण, प्रोटोटाइप विकास और अवधारणा के प्रमाण के लिए स्टार्टअप के शुआती चरण को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह भारत में स्टार्टअप्स के लिए सबसे अच्छी सरकारी फंडिग योजना में से एक है।
यह इस तरह काम करेगी
इस स्कीम के अंतर्गत प्रोटोटाइप, उपाद विकसित करने या अवधारणा का प्रमाण (Proof of concept) देने के लिए 20 लाख प्रदान किए जाते हैं। लय पूरा होने पर राशि का भुगतान स्तिों में किया जाता है। प्रारंभिक धन पर 6 फ़ीसदी की ब्याज दर है और यदि ण का भुगतान समय पर और नियमित रूप से किया जाता है, तो यह दर टकर 3 फ़ीसदी हो जाती है। तीन साल की अधिस्थगन अवधि (मोरटरियम पीरियड) के बाद ण चुकाने की स्तेिं शुरू होती हैं। आप टोली नंबर 100115565 पर कॉल करके भी इस सरकारी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। स्टाटअप इंडिया योजना के लिए मुद्रा लोन या स्टड अप इंडिया के तहत भी लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
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