
बुढ़ापा एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन सही खानपान के माध्यम से इसे धीमा किया जा सकता है। हमारे शरीर की उम्र बढ़ने की गति इस बात पर निर्भर करती है कि हम क्या खाते हैं और कितनी देखभाल करते हैं। अगर हम अपने आहार में कुछ विशेष पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें, तो हम न केवल लंबे समय तक जवान दिख सकते हैं, बल्कि कई उम्र से जुड़ी बीमारियों से भी बच सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि बुढ़ापा दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए ताकि शरीर और मन दोनों स्वस्थ, सक्रिय और ऊर्जावान बने रहें।
बुढ़ापा दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए ?
60 साल की उम्र के बाद क्या खाना चाहिए? : बुजुर्गों (60+सीनियर सिटीजन) की उम्र लंबी करने के लिए जरूरी है कि सेहत को ठीक रखा जाए। सेहत खराब होने का शुरुआती कारण पाचन तंत्र होता है। अगर आप संतुलित तथा पोषक भोजन कर रहे हैं, तो पाचन तंत्र उनसे न्यूट्रिशन निकालकर शरीर को देता है और बुढ़ापे में होने वाली अधिकतर स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रहा जा सकता है।
लेकिन अक्सर बुढ़ापे में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। जिस कारण हमें हाजमे को धीमा बनाने वाले भोजन से भी दूरी बनाए रखनी चाहिए। तो सवाल 'यह पैदा होता है कि बुजुर्गों की डाइट कैसी हो और उन्हें बुढ़ापे में कौन-से हैल्दी फूड्स खिलाएं।
ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य की सरकारी हैल्थ वैबसाइट के अनुसार बुजुर्गों की डाइट में रंग-बिरंगी सब्जियां, फलियां, ताजे फल, साबुत अनाज, फाइबर और कम फैट वाले फूड्स होने चाहिएं। इसके अलावा, उन्हें पूरे दिन में पर्याप्त पानी पीना चाहिए और हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। इन टिप्स की मदद से हैल्थ सही रहेगी और बुढ़ापे में होने वाली दिक्कतों को भी दूर रखा जा सकता है:
दही खाने के फायदे
सीनियर सिटीजन्स की प्लेट में दही जरूर शामिल होना चाहिए, क्योंकि दही खाने से कैल्शियम मिलता है, जो बुढ़ापे में कमजोर हो रही हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। वहीं, यह गट हैल्थ के लिए भी बेहतरीन फूड है। क्योंकि, दही में पाचन के लिए फायदेमंद हैल्दी बैक्टीरिया होते हैं।
ब्रोकली भी है लाभदायक
ब्रोकली न सिर्फ हाई फाइबर फूड है, जो पाचन को सही रखती है, बल्कि इसमें मौजूद न्यूट्रिशन हार्ट डिजीज, डायबिटीज और आंखों की समस्याओं से भी बचाव करती है। ब्रोकली में फाइबर समेत विटामिन 'ए', विटामिन 'के', पोटाशियम, विटामिन 'सी', एंटीऑक्सीडेंट्स, बायोएक्टिव कम्पाऊंड्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं।
बुढ़ापे में पालक का सेवन
बुढ़ापे में खून की कमी होना आम समस्या है, जो कि आमतौर पर शरीर में आयरन की कमी के कारण होती है इसलिए बुजुर्गों की डाइट में आयरन से भरपूर पालक को शामिल करना चाहिए। पालक में आयरन के साथ कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटाशियम, फोलेट, प्रोटीन होता है। यह हैल्दी फूड हाई ब्लड प्रैशर को कंट्रोल करने में काफी मददगार होता है।
बुजुर्ग के लिए जरूरी है दूध पीना
बुढ़ापे में दूध पीने से जबरदस्त फायदे मिलते हैं, क्योंकि विटामिन 'डी' और कैल्शियम से भरपूर दूध एक हैल्दी ड्रिंक है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में विटामिन 'डी' की कमी हो जाती है, जिसके कारण हड्डियों को कमजोर बनाने वाली ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी हो सकती है लेकिन, अगर कोई लैक्टोज इनटॉलरेंट है, तो वह डेयरी मिल्क (गाय या भैंस का दूध) की जगह सोया मिल्क पी सकता है।
सूखे मेवे और बीज
अक्सर बुजुर्ग सूखे मेवे और बीजों का सेवन नहीं करते लेकिन बादाम, अखरोट, काजू, सूरजमुखी के बीज आदि खाने से उम्र बढ़ने के कारण होने वाली हैल्थ प्रॉब्लम्स से बचाव किया जा सकता है। आपको बता दें कि 60 साल की उम्र के बाद टाइप 2 डायबिटीज, नसों की समस्या, - कमजोर याद्दाश्त, स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा ज्यादा हो जाता है।
हरी मूंग दाल की खिचड़ी
हरी मूंग दाल की खिचड़ी लाभदायक है क्योंकि यह न सिर्फ पचने में आसान होती है बल्कि संतुलित वजन, बेहतर ब्लड सर्कुलेशन में मदद करती है। इससे भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन 'बी1', जिक जैसे कई पोषक तत्वों के फायदे भी मिलते हैं।
उम्र को धीमा करने के लिए जीवनशैली सुझाव
- भरपूर पानी पिएं: त्वचा को हाइड्रेटेड और फ्रेश रखता है
- नियमित व्यायाम करें: ब्लड सर्कुलेशन और हार्मोन संतुलन बनाए रखता है
- योग और ध्यान करें: मानसिक तनाव को कम करता है
- नींद पूरी लें: कोशिकाओं की मरम्मत में सहायक
- शराब और धूम्रपान से बचें: बुढ़ापा तेज़ी से बढ़ता है
FAQs: बुढ़ापा दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए?
Q1. क्या खानपान से बुढ़ापा सच में रोका जा सकता है?
उत्तर: हां, सही आहार उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है।
Q2. बुढ़ापा रोकने के लिए क्या पीना चाहिए?
उत्तर: ग्रीन टी, नींबू पानी, नारियल पानी और भरपूर मात्रा में सामान्य पानी।
Q3. त्वचा को जवान बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा फल कौन-सा है?
उत्तर: ब्लूबेरी, पपीता, संतरा और अनार।
Q4. कितने समय में असर दिखता है?
उत्तर: नियमित आहार व जीवनशैली अपनाने पर 3-6 महीनों में फर्क महसूस हो सकता है।
Q5. क्या आयुर्वेद में भी बुढ़ापा रोकने के उपाय हैं?
उत्तर: जी हां, त्रिफला, अश्वगंधा और ब्राह्मी जैसे आयुर्वेदिक उपाय भी बहुत कारगर होते हैं।
निष्कर्ष
बुढ़ापा एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन इसे टालना हमारे हाथ में है। अगर हम अपने दैनिक आहार में पोषक तत्वों से भरपूर और एंटीऑक्सिडेंट युक्त फूड्स को शामिल करें, तो हम दीर्घकाल तक स्वस्थ, ऊर्जावान और जवान रह सकते हैं। याद रखें—आपका खाना ही आपकी सबसे बड़ी दवा है।
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