'सच बोलना अच्छी बात है और झूठ बोलना पाप है' यह पाठ बच्चों को घर में माता-पिता द्वारा तथा स्कूलों में शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाता है लेकिन सच तो यह है कि बच्चे झूठ बोलने में बड़े माहिर होते हैं। अब यह बात अलग है कि उनके भोले चेहरे को देख हम उनकी बात पर यकीन कर लेते हैं।

"दीपू स्कूल से वापस क्यों आ गए?"
"छुट्टी हो गई मम्मी। वह शर्मा मैडम हैं न, उनके पिता जी नहीं रहे।" इतना कहकर दीपू बस्ता पटक कर दोस्तों के साथ खेलने चल दिया।
शाम को जब पापा दफ्तर से घर लौटे तो उसकी मम्मी ने कहा, "सुनो जी, जरा शर्मा मैडम के यहां बैठ आना। दीपू कह रहा था कि उनके पिता जी का कल निधन हो गया।"
"क्या कह रही हो, ऐसा कैसे संभव हो सकता है? आज सवेरे ही तो मेरी उनसे मुलाकात हुई है। इतना कहकर उन्होंने दीपू को आवाज दी और कुछ तेज आवाज से पूछा, "क्यों दीपू, शर्मा मैडम के पिता को क्या हुआ है?"
"कु... कुछ नहीं पापा... मैंने झूठ कहा था।"
"झूठ क्यों कहा?"
"मैडम ने होमवर्क के लिए गणित के सवाल दिए थे, लेकिन मैंने एक भी सवाल नहीं किया था और बिना होमवर्क किए मैं जाता तो मैडम मुझे डांटतीं।"
दीपू की बात से दो बातें स्पष्ट सामने आईं। पहली तो यह कि बच्चे होमवर्क न करने पर झूठ बोलते हैं, स्कूल न जाकर या तो घूमते रहते हैं या घर आकर बहाना बना देते हैं कि अमुक वजह से स्कूल की छुट्टी हो गई। उधर, स्कूल में भी झूठ बोलते हैं जैसे घर पर बहुत काम था या मेरी तबीयत खराब हो गई थी, आदि।
अनेक बच्चे गलत और बुरी संगत के कारण बात-बात में झूठ बोलने के आदी हो जाते हैं और फिर एक झूठ को छुपाने के लिए वे सैंकड़ों झूठ बोलते हैं। बच्चे मार खाने के भय से भी झूठ बोलते हैं। यदि उनके हाथ से कोई सामान टूट गया है या अन्य कोई नुकसान हो गया है अथवा उन्होंने कोई
ऐसा कार्य किया है जिसे उन्हें नहीं करना चाहिए था तो वे मार से बचने के लिए झूठ बोलते हैं। झूठ बोलने की आदत छुड़ाने के लिए जरूरी, है कि अनावश्यक रूप से बच्चों को मारा-पीटा न जाए अन्यथा वे सच बोलते होंगे, तो भी नहीं बोलेंगे।
बच्चों को प्यार से समझाएं कि झूठ बोलना अच्छी बात नहीं है, इससे उनकी व परिवार की प्रतिष्ठा गिरती है। यह भी देखना आवश्यक है कि आपका बच्चा किस प्रकार के बच्चों के साथ खेलता है।
यदि उसकी संगति बुरी है तो तत्काल उसे इससे उभारना चाहिए।
अपने बच्चों को झूठ न बोलना कैसे सिखाएं?
इस बारे में बात करें कि सच्चाई और ईमानदारी का क्या मतलब है और वे क्यों महत्वपूर्ण हैं । अपने बच्चे को यह समझने में मदद करें कि क्या वास्तविक है और क्या काल्पनिक है। बच्चों को ईमानदारी के फ़ायदे सिखाएँ। चर्चा करें कि कैसे ईमानदार होना दूसरों के साथ विश्वास बनाने का एक तरीका है।
मेरा बच्चा इतना झूठ क्यों बोल रहा है?
बच्चों से झूठ बोलने के बारे में कैसे बात करें?
इस बारे में बात करें कि सच्चाई और ईमानदारी का क्या मतलब है और वे क्यों महत्वपूर्ण हैं । अपने बच्चे को यह समझने में मदद करें कि क्या वास्तविक है और क्या काल्पनिक है। बच्चों को ईमानदारी के फ़ायदे सिखाएँ। चर्चा करें कि कैसे ईमानदार होना दूसरों के साथ विश्वास बनाने का एक तरीका है।
झूठ बोलने वाले बच्चे पर कैसे रिएक्ट करें?
झूठ बोलने की बीमारी का नाम क्या है?
बीपीडी (borderline personality disorder-BPD) एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक व्यक्ति के लिए अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में वो झूठ बोल देते हैं।
बच्चे झूठ क्यों बोलते हैं ?
बच्चे कई कारणों से झूठ बोलते हैं। आम तौर पर वे कहानी को बदलकर स्थिति को अपने नियंत्रण में लेना चाहते हैं ताकि यह उनके लिए बेहतर हो। एक आम उदाहरण है गलती को छिपाने और मुसीबत में पड़ने से बचने के लिए झूठ बोलना। वे तनाव महसूस करने, संघर्ष से बचने या ध्यान आकर्षित करने के लिए झूठ भी बोल सकते हैं।
झूठ बोलने के पीछे क्या कारण है?
कुछ झूठ खुद को या दूसरों को नुकसान से बचाने के लिए बोले जाते हैं, जबकि अन्य लाभ पाने या सजा से बचने के लिए बोले जाते हैं। यह समझना कि लोग झूठ क्यों बोलते हैं, एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक प्रश्न है, क्योंकि यह हमारी प्रेरणाओं, मूल्यों और विश्वासों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।सच बोलने की आदत कैसे डालें?
- सच्चाई और ईमानदारी जरूरी है बच्चे को हल्के झूठ बोलने पर ही ईमानदारी और सच्चाई की बातें बताएं। ...
- खुद का उदाहरण है जरूरी बच्चे हर बात माता-पिता से ही सीखते हैं। ...
- सजा देना भी है जरूरी ...
- सच बोलने पर तारीफ करें ...
- पहली बार में ही ना करें रिएक्ट
झूठ बोलना कैसे बंद करें?
झूठ बोलना बंद करने के लिए, जब आपको लगे कि आप सच नहीं बोल रहे हैं, तो खुद को बोलने से रोकें क्योंकि झूठ बोलने से बेहतर है कि आप कुछ भी न बोलें। इसके अलावा, अजनबियों के साथ या ऑनलाइन फ़ोरम में सक्रिय रूप से सच बोलने का अभ्यास करें, जो आपको लोगों के साथ ईमानदार होने की आदत डालने में मदद कर सकता है।कोई झूठ कब बोलता है?
कोई भी व्यक्ति किसी से झूठ तब ही बोलता है। जब उसे अपना बचाव करना हो। ऐसे झूठ से जिसे वह कर करके थक चुका हो। और वह उसे आगे भी बरकरार रखना चाहता हो।
झूठ बोलने वाले बच्चे को कैसे हैंडल करें?
छोटे बच्चों को सच और कल्पना के बीच का अंतर सिखाएँ। अपने बच्चे को दिखाएँ कि आप समझते हैं कि कुछ झूठ इच्छाएँ होती हैं। जब आपका बच्चा सच बोलता है तो उस पर ध्यान दें और उसे बताएँ कि आप उससे खुश हैं। पता लगाएँ कि बच्चे ने झूठ क्यों बोला और अगली बार स्थिति को बेहतर तरीके से संभालने के लिए उसे कौशल सीखने में मदद करें।
आगे पढ़िए ... बच्चों के सकारात्मक व्यवहार को कैसे प्रोत्साहित करें
Thankyou