धनतेरस सौभाग्य व अच्छे स्वास्थ्य की कामना का पर्व धनतेरस; कृष्ण पक्ष की कार्तिक माह की त्रयोदशी तिथि के दिन जब देवासुर संग्राम में दानवों ने देवताओं को समुद्र मंथन के समय आहत कर दिया, देवताओं को तब अमृत पिलाने की इच्छा से अमृत कलश लेकर भगवान धन्वंतरि प्रकट हुए थे
इसी कारण इस तिथि को धनतेरस या धन त्रयोदशी के नाम से जाना जाता है।
धन त्रयोदशी के दिन इसी कारण कलश आदि बर्तन खरीदने की परम्परा है, ताकि उन बर्तनों में सदा अमृत भरा रहे। धनतेरस को भारत सरकार ने 'राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

अच्छे स्वास्थ्य, आरोग्य प्राप्ति और अच्छे जीवन के लिए धनतेरस के दिन भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले भगवान धन्वंतरि की मूर्ति या तस्वीर, लकड़ी की चौकी, धूप, मिट्टी का दीपक, रूई, गंध, कपूर, घी, फल, फूल, मेवा- मिठाई और भोग के लिए प्रसाद।
परम्पराओं के अनुसार आज सात धान्यों - गेहूं, चना, उड़द, मूंग, जौ, चावल, मसूर को भी पूजा में रखा जाता है। पहले भगवान गणेश, फिर भगवान धन्वंतरि की पूजा करनी चाहिए। ( Dhanteras Puja Vidhi ) भगवान धन्वंतरि जी के इस पाठ का जाप करें-
ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय, वासुदेवाय धन्वंतरायेः,
अमृतकलश हस्ताए सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय ।
त्रिकोलपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप,
श्री धन्वंतरि स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाम नमः ॥
इसके पश्चात हाथ जोड़कर पूरे परिवार के अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करें।
इस दिन प्रातः प्रवेश स्थल व द्वार को धो दें और रंगोली बनाएं, वंदनवार, बिजली की झालर, लगाएं। घर का कूड़ा-कर्कट, अखबारों की रद्दी, टूटा-फूटा सामान, पुरानी बंद इलैक्ट्रानिक चीजें बेच दें। जाले साफ करें। ऑफिस व घर साफ करें। अपने शरीर की सफाई करें। तेल उबटन लगाएं। चाहें तो पार्लर भी जा सकते हैं।
पुराने बर्तन बदल कर नए लें। चांदी के बर्तन या सोने के जेवर खरीदें। बाजार से नया बर्तन घर में खाली न लाएं, उसमें मिष्ठान या फल भर के लाएं। नया वाहन या घर की कोई दीर्घ समय तक इस्तेमाल की जाने वाली नई चीज लें। खील- बताशे आज ही खरीदें। धान से बनी सफेद खीलें सुख, समृद्धि व सम्पन्नता का प्रतीक हैं
धनतेरस के दिन क्या नहीं देना चाहिए?
धनतेरस व दिवाली की शाम को भूलकर भी किसी को दूध, दही, तेल, सुई किसी को भी नहीं देनी चाहिए। शाम के समय इन चीजों के लेने या देने से परिवार की समृद्धि व सम्मान कम होने लगता है। बहुत से लोग दान करते समय इन चीजों को दे देते हैं लेकिन शाम के समय इन चीजों का दान कतई ना करें।
धनतेरस के दिन क्या खरीदना शुभ माना जाता है?
धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय त्योहार आरंभ हो जाते हैं। जिसका अंत भाई दूज के साथ होता है। धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान कुबेर की पूजा अर्चना की जाती है। इसके अलावा इस दिन सोना-चांदी के अलावा वाहन, बर्तन, वस्त्र आदि खरीदना शुभ माना जाता है।
क्या धनतेरस को झाड़ू खरीदना चाहिए?
ऐसा भी कहा जाता है कि यह घर में शुभता और संपन्नता लाती है. सदियों से धनतेरस पर झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है.
धनतेरस के दिन धनिया क्यों खरीदना चाहिए?
धनतेरस पर धनिया खरीदने का संबंध धन वृद्धि से है। वैसे ज्योतिषशास्त्र में धनिया का संबंध बुध ग्रह से माना गया है जो व्यापार और धन को भी प्रभावित करने वाला ग्रह है। इसलिए धनतेरस की शाम धनिया खरीदने की परंपरा है।
धनत्रयोदशी के दिन क्या करना चाहिए?
मुख्य अनुष्ठानों में सोना, चांदी और अन्य शुभ वस्तुएं खरीदना, दीये जलाना और लक्ष्मी और यम की पूजा करना शामिल है। इस दिन को धन्वंतरि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, जिसमें चिकित्सा के देवता का सम्मान किया जाता है। उत्सव में घरों को सजाना और प्रसाद बांटना शामिल है।
नई झाड़ू कब खरीदनी चाहिए?
झाड़ू खरीदने के लिए शुक्रवार और मंगलवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है. यदि कृष्ण पक्ष के मंगलवार और शुक्रवार के दिन झाड़ू खरीदें तो और भी शुभ है. इन दिनों में झाड़ू खरीदने से घर पर सुख-समृद्धि बनी रहती है. इसी के साथ दिवाली (Diwali 2024) से पहले धनतेरस (Dhanteras 2024) के दिन भी झाड़ू खरीदना चाहिए.
धनतेरस पर नमक क्यों खरीदना चाहिए?
नमक खरीदने से भगवान धन्वंतरि की कृपा साधक पर बरसती है। इसके साथ ही धन की देवी मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। अगर आप वास्तु दोष से परेशान हैं, तो इससे निजात पाने के लिए आज धनतेरस के दिन पानी में नमक डालकर घर में पोछा लगाएं।
धनतेरस के दिन घर में क्या लगाना चाहिए?
माना जाता है कि इस दिन खड़ा धनिया माता लक्ष्मी और कुबेर देवता के चरणों में अर्पित करने से घर-परिवार और व्यापार में कभी धन की की नहीं होती है। झाड़ू खरीदें: धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना गया है।
धनतेरस पर क्या पकाना है?
धनतेरस पर बेसन के लड्डू बनाना मौसम की फसल का सम्मान करने और धन और खुशहाली के लिए आशीर्वाद मांगने का एक तरीका है। परंपरागत रूप से, इन लड्डुओं को प्रियजनों के साथ साझा किया जाता है और देवताओं को चढ़ाया जाता है, जो एक समृद्ध वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।
धनतेरस पर कौन सा बर्तन लेना चाहिए?
स्टील के बर्तन शुभ चौघड़िया में खरीदना उत्तम होता है। तांबे का बर्तन लाभ चौघड़िया में और पीतल के बर्तनों की खरीदारी शुभ और अमृत चौघड़िया में करना लाभदायक होता है।
धनतेरस में कौन सा सामान नहीं लेना चाहिए?
नुकीली वस्तुएं - लोगो को चाकू और कैंची जैसी निकली वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए. ऐसा माना जाता है की ये चीज़े परिवार के लिए दुर्भाग्य लाती है. कांच के बर्तन - धनतेरस पर कांच के बर्तन या कांच से बानी वस्तुएं अशुभ मानी जाती है क्योकि कांच की चीज़े राहु से संबंधित होती है.
धनतेरस पर झाड़ू क्यों खरीदें?
धनतेरस पर झाड़ू खरीदना देवी लक्ष्मी की कृपा का प्रतीक है । इसके अलावा, सोने, चांदी के सिक्के और लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियाँ खरीदने से शुभ ऊर्जा मिलती है। चूँकि स्वच्छ वातावरण देवी को आकर्षित करने वाला माना जाता है, इसलिए धनतेरस से एक दिन पहले घर को अच्छी तरह से साफ करना सुनिश्चित करें।
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य सुंदरमणी,
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