गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने 'पैपर एक्स' को दुनिया की सबसे तीखी मिर्च का खिताब दिया है। इससे पहले यह तमगा 'कैरोलीना रीपर' के पास था, जो इसे 10 साल पहले मिला था। 'पैपर एक्स' का तीखापन यूं समझिए कि हम जो आम हरी मिर्च खाते हैं, उसकी 'स्कोविल हीट यूनिट' 5,000 से एक लाख तक होती है जबकि 'पैपर एक्स' की 'स्कोविल हीट यूनिट' करीब 27 लाख है। 'स्कोविल हीट यूनिट' ही पैमाना है, जिसके आधार पर किसी चीज का तीखापन मापा जाता है।

अमरीका के मिर्च उत्पादक एड करी. 'पैपर एक्स' के जनक हैं। वह बीते 10 सालों से खेतों में सबसे तीखी मिर्चों की क्रॉस ब्रीडिंग कर रहे थे। आखिरकार अपनी ही उगाई 'कैरोलीना रीपर' और अपने दोस्त की दी एक मिर्च की क्रॉस ब्रीडिंग से उन्हें 'पैपर एक्स' हासिल हुई।
अभी तक दुनिया में केवल पांच लोगों ने यह मिर्च चखी है, जिनमें एड भी हैं। वह अपना अनुभव बताते हैं कि मिर्च खाकर उन्हें साढ़े तीन घंटे तक तीखापन और गर्मी लगती रही, फिर मांसपेशियों में ऐंठन होने लगी और वह एक घंटे तक बारिश में रहे । करी की कम्पनी का नाम है 'पकरबट पैपर कम्पनी' । उनका दावा है कि पिछली बार जब उन्होंने 'कैरोलीना रीपर 'उगाई थी, तो बाजार में बहुत सारी कम्पनियों ने उसकी नकल कर ली इसलिए इस बार 'पैपर एक्स' मिर्च और इसके बीज बाजार में सीधे नहीं बेचे जाएंगे। इस मिर्च को चखने का इकलौता तरीका इसका सॉस खरीदना होगा।
सैवेन पॉट डुगलाह
चॉकलेटी रंग वाली 'सैवेन पॉट डुगलाह' इतनी तीखी है कि इसकी एक मिर्च 7 बड़े आकार के बर्तनों में रखे खाने को अत्यधिक तीखा बना सकती है इसीलिए इसका 'नाम' चॉकलेट 7' या 'सैवेन पॉट डुगलाह' पड़ गया।

कैरोलिना रीपर
'कैरोलिना रोपर' भी बहुत अधिक तीखी मिर्च होती है। इसे साल 2013 में तीखेपन के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकार्डस में जगह मिली थी। इसे अमरीका में उगाया जाता है। इस मिर्च 'को 'स्वीट हैबनेरी' और 'नागा वाइपर' मिर्च के बीच क्रॉस ब्रीडिंग करके तैयार किया जाता है। कई मामलों में तो 'कैरोलिना रोपर' मिर्च खाना बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है।

ड्रैगन्स ब्रेथ
यह मिर्च बहुत ही अधिक तीखी होती है। यह जितनी तीखी होती है उतनी ही अच्छी होती है। इस मिर्च का सबसे ज्यादा इस्तेमाल दवाइयां बनाने के लिए होता है। यह मिर्च यूनाइटेड किंगडम में पाई जाती है। 'ड्रैगन्स ग्रंथ' को दुनिया की सबसे तीखी मिचों में से एक माना जाता है, जिसका तीखापन 24.8 लाख स्कॉविल इकाई तक होता है, जो सामान्य मिर्च से तकरीबन 2000 गुना तक ज्यादा है। इसका छोटा-सा हिस्सा भी अच्छी-खासी मात्रा में खाने को तीखा करने के लिए काफी है।

भूत जोलकिया
इस मिर्च को भारत की सबसे तीखी मिर्च कहा जाता है। इसे नोर्थ- ईस्ट में उगाया जाता है। इसे वर्ष 2007 में दुनिया की सबसे तीखी मिर्ची कहा गया था। इस मिर्च का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल है।' भूत जोलोकिया' इतनी तीखी होती है कि इसे 'घोस्ट पैपर' के नाम से भी जाना जाता है। इस मिर्च की खेती असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश में होती है।

नागा वाइपर
यह मिर्च भी बहुत तीखी होती है। इसकी खेती केवल यूनाइटेड किंगडम में की जाती है। इस मिर्च का रंग अलग भी हो सकता है, जरूरी नहीं है कि अन्य मिर्चों की तरह इसका रंग लाल हो ।

ट्रिनिदाद बच स्कॉर्पियन
ट्रिनिदाद कैरेबियन द्वीप पर उगाई जाने वाली यह सबसे तीखी मिर्च में से एक है। इसका स्कॉर्पियन नाम इसलिए पड़ा क्योंकि इसमें स्कॉर्पियन स्टिंगर (एक तरह का बिच्छू) की तरह नुकीली पूंछ होती है। नारंगी लाल रंग वाली यह मिर्च काफी मुलायम होती है, लेकिन इसे खाने के लिए जिगर चाहिए।

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